सबगुरु न्यूज-सिरोही। देश भर में अपने अस्तित्व के लिए जद्देजहद कर रही कांग्रेस को सिरोही जिले में उसी के प्रदेश स्तर के प्रभारी नुकसान पहुंचाने में लगे हुए हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट को जिला कांग्रेस अध्यक्ष गंगाबेन गरासिया की ओर से लिखे हुए खत से तो यही कयास लगाया जा सकता है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष गंगाबेन गरासिया ने सिरोही जिले में निलंबित सात कांग्रेस जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों के निष्कासन पर प्रदेशाध्यक्ष को यह पत्र लिखा है। इसमें बताया कि जिन सात कांग्रेस जनों को प्रदेश से आए पदाधिकारियों ने निष्कासित किया है उन्होंने भी पूर्व विधायक संयम लोढ़ा के साथ अथक प्रयास करके सिरोही जिले में कांग्रेस मजबूती से खड़ी की है। उन्होंने पिछले तीन सालों में हुए चुनावों में उनकी परफोर्मेंस का हवाला देते हुए बताया कि अप्रेल महीने की जिस बैठक में मारपीट की बात हो रही है उसमें पुखराज गहलोत के साथ इन लोगों ने कथित मारपीट नहीं की थी। इस पर भी प्रदेश से आए प्रभारियों ने उनसे चर्चा किए बिना नामों को छांटकर इन सात लोगों को निष्कासित कर दिया।
उन्होंने इस प्रकरण में जांच करने की मांग करते हुए इनका निष्कासन निरस्त करने का अनुरोध प्रदेशाध्यक्ष से किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि उस दिन बैठक में पुखराज गहलोत ने प्रभारियों के पूर्व में मना करने के बाद भी सिरोही में कांग्रेस को खड़ा करने वाले पूर्व विधायक संयम लोढ़ा के खिलाफ अनर्गल बात कही। प्रदेश से आए प्रभारियों ने उन्हें नहीं रोका। बाद में बैठक में आए कार्यकर्ता उठ खड़े हुए और पुखराज गहलोत के व्यवहार का विरोध करने, लगे इस दौरान क्या हुआ दिखा नहीं।
उन्होंने बताया कि निलंबित किए गए सातों कांग्रेस जन बैठक में उनके दाएं-बांए बैठे हुए थे। जब विवाद थमा तो गहलोत बैठक से बाहर चले गए और बैठक विधिवत रूप से शुरू हो गई। उन्होंने पत्र में बताया कि प्रदेश कांग्रेस की कार्रवाई से जिले के कांग्रेस में आश्चर्य और क्षोभ दोनों है।
उन्होंने पार्टी के प्रतिष्ठित नेताओं के खिलाफ उन्हें बताए बिना समाचार पत्रों में निलम्बन की कार्रवाई का समाचार प्रकाशित करवाने के मामले की जांच करने की मांग भी की।उल्लेखनीय है कि 27 अप्रेल को सिरोही डाक बंगले में जिला कांग्रेस की बैठक में प्रदेश से आ प्रतिनिधियों के सामने हंगामा हुआ था। इसके बाद शिवगंज प्रधान जीवाराम आर्य, उपप्रधान मोटाराम देवासी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य अश्विन गर्ग, यूआईटी आबूरोड के पूर्व चेयरमैन हरीश चौधरी, आबूरोड नगर पालिका के पार्षद कांति परिहार, कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष हमीद कुरैशी तथा जिला परिषद के पूर्व सदस्य राकेश रेबारी को निलंबित कर दिया था।