पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर आगामी विधानसभा उपचुनाव में पणजी सीट से चुनाव लड़ेंगे। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विनय तेंदुलकर ने बुधवार को इसकी जानकारी दी।
पूर्व रक्षा मंत्री और वर्तमान में राज्यसभा के सदस्य पर्रिकर मार्च में राज्य की राजनीति में लौटे। वह गोवा में भाजपा नीत गठबंधन सरकार की अगुवाई करते हैं, लेकिन वह राज्य की 40 सदस्यीय विधानसभा के निर्वाचित सदस्य नहीं हैं।
तेंदुलकर ने संवाददाताओं को बताया कि पणजी के विधायक सिद्धार्थ कुनकोलिनकर के स्वेच्छा से इस्तीफा देने के फैसले के बाद पार्टी ने फैसला किया कि पíरकरजी को पणजी से चुनाव लड़ना चाहिए।
इसके पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि चार बार गोवा के मुख्यमंत्री रहे पर्रिकर दक्षिण गोवा की कुरचोरेम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं, जहां चार फरवरी को हुए चुनाव में भाजपा विधायक निलेश कब्राल निर्वाचित हुए थे।
कब्राल के साथ ही कुनकोलिनकर सहित तीन अन्य विधायकों ने स्वेच्छा से इस्तीफा देने की बात कही थी, ताकि पर्रिकर विधानसभा पहुंच सकें। पर्रिकर 1994 के बाद से लगातार पणजी से राज्य विधानसभा के लिए निर्वाचित होते रहे।
साल 2014 में मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दे रहे पर्रिकर को रक्षा मंत्री बनाए जाने के बाद यह सीट खाली करनी पड़ी।
राज्य के वालपोई में भी उपचुनाव होगा, जहां से कांग्रेस के टिकट पर निर्वाचित विधायक विश्वजीत राणे ने विधायक पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी भी छोड़ दी। इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए और उन्हें स्वास्थ्य मंत्री के रूप में मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।
राज्य में इस वक्त कांग्रेस के 16 और भाजपा के 13 विधायक हैं। भाजपा मार्च में क्षेत्रीय पार्टियों गोवा फॉरवर्ड और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के विधायकों तथा तीन निर्दलीय विधायकों के साथ मिलकर सत्ता में आई थी।