नई दिल्ली। गोवा में मनोहर पर्रिकर ने मुख्यमंत्री पद की शपथ के बाद कांग्रेस पार्टी में बिखराव शुरू हो गया है। दूसरी ओर पार्टी का दावा है कि 16 मार्च को होने वाले फ्लोर टेस्ट में कांग्रेस बहुमत साबित करेगी।
दरअसल गोवा के वालपोई से कांग्रेस विधायक और निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता विश्वजीत पी राणे ने पार्टी छोड़ने के ऐलान के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद राजीव शुक्ला ने इसे पार्टी का आंतरिक मामला करार देते हुए कहा है कि पार्टी इस मसले पर काम कर रही है। दरअसल राणे ने आक्रामक अंदाज में पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है।
उन्होंने सबसे बड़ी पार्टी बनने के बाद भी कांग्रेस के सत्ता से दूर रह जाने पर अपना गुस्सा निकाला। उन्होंने कहा कि गोवा के मामले को जिस तरह संचालित किया गया, वह शर्मनाक है। राणे ने कहा कि और भी कांग्रेस विधायक परेशान हैं और वह उन्हीं (राणे) की तरह पार्टी छोड़कर जा सकते हैं।
इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि गोवा में कांग्रेस की रणनीति पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। वेणुगोपाल ने कहा कि कोई भी कांग्रेस छोड़कर नहीं जाएगा और वह खुद राणे से बात करेंगे।
इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने दावा किया था कि दो दिन बाद पर्रिकर मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा ये भी हो सकता है कि फ्लोर टेस्ट में कांग्रेस बहुमत साबित कर दे। इसके बाद पर्ऱिकर को इस्तीफा देना पड़ सकता है।