नई दिल्ली। कमजोर वैश्विक रुख और घरेलू बाजार में सर्राफा कारोबारियों की मांग में कमी के चलते शुक्रवार को सोना 130 रुपए गिरकर 10 महीने के निचले स्तर 28,580 रुपए प्रति 10 ग्राम रह गया।
हालांकि, इंडस्ट्रियल यूनिट्स और सिक्का मेन्युफैक्चरिंग का उठाव बढ़ने से चांदी 250 रुपये बढ़कर 41,850 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
कारोबारियों का मानना है कि कमजोर वैश्विक रुख के बीच डॉलर में मजबूती से सुरक्षित विकल्प के रूप में सोने की चमक घटी है। साथ ही नकदी संकट की वजह से आभूषण कारोबारियों की मांग घटने से भी सोने का भाव नीचे आया है।
गुरुवार को सोने की कीमतों में तेजी आई थी और 100 रुपए बढ़कर सोने का दाम 28700 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर पहुंच गया था। बुधवार को सोने की कीमतों में 200 रुपए की और गिरावट दर्ज की गई थी।
इसके बाद सोने की कीमत 200 रुपए कम होकर प्रति दस ग्राम 28,600 रुपए के स्तर पर पहुंच गई है।
प्रधानमंत्री मोदी के 8 नवम्बर को नोटबंदी को लेकर लिए गए फैसले के बाद दिल्ली के सर्राफा बाजार में आयकर विभाग ने सर्वेक्षण शुरू किया गया था जिसके चलते दिल्ली के सर्राफा बाजार 16 दिन तक बंद रहे थे।
उसके बाद जैसे ही बाजार खुला तब से ही सोने की कीमतों में लगातार गिरावट जारी है। बाजार खुलने के बाद से सोने की कीमतों में 3000 रुपए प्रति दस ग्राम तक गिरावट दर्ज की गई है।