नई दिल्ली। इस वर्ष सितंबर में सोने के आयात के 450 प्रतिशत उछलकर 375.18 करोड़ डालर पर पहुंचने से देश का व्यापार घाटा बढ़कर 14.25 अरब डालर पर पहुंच गया जबकि अगस्त में यह 10.84 अरब डालर रहा था।…
मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार सितंबर 2014 में स्वर्ण आयात 449.72 प्रतिशत बढ़कर 375.18 करोड़ डालर पर पहुंच गया जबकि पिछले वर्ष इसी महीने में यह 68.25 करोड़ डालर रहा था। इसी तरह से चांदी के आयात में 225.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
पिछले वर्ष 14.69 करोड़ डालर की चांदी का आयात हुआ था जो इस वर्ष इसी महीने में बढ़कर 47.76 करोड़ रूपए पर पहुंच गया है। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष डालर की तुलना में रूपए में अगस्त हुई में रिकार्ड गिरावट और बढ़ते चालू खाता घाटा को नियंत्रित करने के उद्देश्य से सरकार और रिजर्व बैंक ने स्वर्ण आयात के नियमों को कठोर बनाया था जिससे इन धातुओं के आयात में भारी कमी आई थी।
इससे सरकार को चालू खाता घाटा को नियंत्रित रखने में भी मदद मिली थी। हालांकि अभी भी स्वर्ण आयात के नियमो में कोई ढील नहीं दी गई है लेकिन इसकी कीमतों में वैश्विक स्तर पर आई गिरावट से देश में मांग बढ़ गई है। सोना पर अभी आयात शुल्क 10 प्रतिशत है और इसके आयात को हतोत्साहित करने के लिए रिजर्व बैंक ने इसके लिए 80 अनुपात 20 का नियम भी जारी रखे हुए हैं।
सितंबर 2014 में देश का आयात 26 प्रतिशत बढ़कर 43.2 अरब डालर पर पहुंच गया जबकि निर्यात 2.73 फीसदी चढ़कर 28.9 अरब डालर पर रहा है। इस तरह से व्यापार घाटा 14.25 अरब डालर रहा है।