सूरत। कुछ अजीब लग रहा होगा यह पढने में, लेकिन यह भी सोने के दाम में हो रही लगातार गिरावट का नकारात्मक पहलू सामने आया है जो व्यापारियों को परेषान किया हुआ है। अंतर्राश्ट्रीय बाजार में निरन्तर हो रही गिरावट के चलते सोना अब पिछले चार साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है।…
अब इसके दाम चार महीने पहले तीस हजार पार थे अब यह गिरकर सत्ताईस हजार पर आ गए हैं। इधर, चांदी की भी अब चांदी नहींरही, यह भी गिरकर चालीस से पैतालीस हजार रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर आ गई है।
सूरत के बाजार में भी गिरती कीमतों का असर देखा जा रहा है। निवेषक इस बात को लेकर सोने में अभी निवेष करने से बच रहे हैं कि पता नहीं यह किस स्तर तक गिरकर रुकेगा। जानकारों के अनुसार अभी सोने के दामों में यह गिरावट जारी रहेगी। असमंजस की इसी स्थिति को देखते हुए लोग त्योहारी सीजन में भी सोना खरीदने से बच रहे हैं।
इधर, व्यापारियों का एक समूह ऐसा भी है जिनका यह मानना है कि लोग मुहूर्त के अनुसार सोना खरीदते हैं और सोना सस्ता होने के कारण लोग इसे खरीदेंगे, लेकि इसकी असली स्थिति गुरु पुश्य नक्षत्र के बाद ही पता चलेगी।
डाॅलर की मजबूती की आषंका से गिरावट
सेने में आ रही यह गिरावट दरअसल डाॅलर की संभावित मजबूती के कारण है। माना जा रहा है कि फेडरल रिजर्व बैंक अक्टूबर मध्य तक ब्याज दरें बढा सकता है। इसका असर यह होगा कि डाॅलर मजबूत होगा और लोग इसका सोने की बजाय बैंक में रखने का प्राथमिकता दे सकते है। इसलिए अंतर्राश्ट्रीय बाजार में सोने की मांग कम होने से इसके दाम गिर रहे है।