नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर कमजोर रूख और आभूषण निर्माताओं की कमजोर मांग से समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान सोने में गिरावट का दौर जारी रहा,जिससे सोने के भाव दो सप्ताह के निचले स्तर 26,280 रुपये प्रति दस ग्राम तक चले गए।
इसी तरह औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की ओर से उठाव कम से चांदी के भाव 280 रुपये की गिरावट के साथ 36,770 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुए है।
बाजार सूत्रों के अनुसार वैश्विक बाजारों में सोने की कीमतों में अगस्त के बाद सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गई। फेडरल रिजर्व की ओर से दिसम्बर में ब्याज दरें बढ़ाए जाने की अटकलों का असर बाजार धारणा पर रहा है।
वैश्विक बाजारों में सोने के भाव में सप्ताह के दौरान 1.8 फीसदी की गिरावट आई जो 28 अगस्त के बाद का निचला स्तर है। इस बीच सरकार ने सोने और चांदी के लिए आयात शुल्क मूल्य बढ़ाकर क्रमश: 373 डॉलर प्रति दस ग्राम और 517 डॉलर प्रति किलो कर दिया।
मौजूदा माह में यह क्रमश: 368 डॉलर प्रति दस ग्राम और 474 डॉलर प्रति दस ग्राम था। दिल्ली में सोना 99.9 और 99.5 शुद्धता के भाव क्रमश: 27,070 रुपए और 26,920 रुपए प्रति दस ग्राम खुले और लिवाली समर्थन के चलते यह 27,265 रुपए और 27,115 रुपए प्रति दस ग्राम तक जा पहुंचे।
सप्ताह के मध्य में कमजोर वैश्विक रुख के बीच बिकवाली दबाव के कारण यह लुढ़ककर 270 रुपये की गिरावट के साथ अंत में 26,820 रुपए और 26,670 रुपये प्रति दस ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव पूर्वस्तर 22,400 रुपए प्रति आठ ग्राम पर स्थिर बने रहे।
इसी प्रकार भारी उतार-चढ़ाव के बीच चांदी तैयार के भाव 280 रुपये की गिरावट के साथ 36,770 रुपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 450 रुपये की हानि के साथ 36,490 रुपये किलो बंद हुए। चांदी सिक्का के भाव 1000 रुपये की गिरावट के साथ 51000-52000 रुपये प्रति सैकड़ा बंद हुए हैं।
देश में सोने के आयात में आयी कमी
देश में सितंबर महीने में सोने का आयात 45.62 प्रतिशत घटकर महज 2.05 अरब डॉलर रह गया है,जबकि अगस्त में इसमें तीव्र वृद्धि दर्ज की गई थी। वहीं सोने के आयात में कमी से चालू खाते के घाटे (कैड) पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। यह ताजा जानकारी सरकारी आंकड़ों से मिली है।
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने में आयात में कमी का एक मुख्य कारण पीली धातु की घटती कीमत है। वैश्विक और घरेलू दोनों बाजारों में कीमतों में गिरावट दर्ज की जा रही है। पिछले साल सितंबर में सोने का आयात 3.78 अरब डॉलर था।
इस साल जुलाई और अगस्त में पीली धातु के आयात में 62.2 फीसदी और 140 फीसदी की वृद्धि हुई थी। सितंबर में आयात में कमी से व्यापार घाटा कम होकर 10.47 अरब डॉलर हो गया। भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक है। पूर्व में सोने के अत्यधिक आयात से चालू खाते का घाटा बढ़ गया था।
वित्त वर्ष 2014-15 में कच्चे तेल और इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के बाद सर्वाधिक आयात सोने का हुआ है। वित्त वर्ष के दौरान कुल आयात 34.32 अरब डॉलर का रहा है। चालू खाते का घाटा 2014-15 में जीडीपी का 1.3 फीसदी रहा जो 2013-14 में 1.7 फीसदी था।
वैश्विक स्तर पर सोने की कीमत सितंबर में 0.2 फीसदी घटकर 1138.35 डॉलर प्रति औंस रही। पिछले साल सितंबर के पहले सप्ताह में सोने का भाव 1260 डॉलर प्रति औंस के आसपास था। घरेलू बाजार में भी सोने की कीमत में गिरावट जारी है। वहीं 31 अक्टूबर को सोने का भाव 10 रुपए घटकर 26,820 रुपये प्रति 10 ग्राम रही। पिछले साल एक सितंबर को यह 28,175 डॉलर प्रति 10 ग्राम था।