नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर सोने में तेजी आने और घरेलू स्तर पर त्योहारी मौसम के बावजूद मांग उतरने से बीते सप्ताह दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना स्टैंडर्ड 110 रुपए टूटकर 26,700 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गया। वहीं चांदी हाजिर 925 रुपए उछलकर 36,725 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
विदेशों में बीते सप्ताह सोना हाजिर 7.8 डॉलर मजबूत होकर 1144.20 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। अमेरिकी सोना वायदा भी 7.30 डॉलर तेज होकर 1143.90 डॉलर प्रति औंस बोला गया।
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिका में अर्थव्यवस्था में मंदी के संकेत को देखते हुए फेडरल रिजर्व द्वारा इस साल ब्याज दर बढ़ाने के निर्णय को टालने से दोनों कीमती धातुओं को समर्थन मिला है।
बीते सप्ताह जारी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर हड़बड़ी नहीं करने के संकेत ने भी इसे बल दिया। वहीं सोने के सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से एक चीन में एक सप्ताह की छुट्टी के बाद बाजार खुलने से भी इसे प्रोत्साहन मिला।
इस बीच लंदन में चांदी हाजिर 0.40 डॉलर चमककर 15.67 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। वैश्विक तेजी के बीच स्थानीय मांग नहीं आने से सोना स्टैंडर्ड 110 रुपए लुढ़ककर 26,700 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गया। सोना बिटुर भी इतनी ही गिरावट के बाद 26,550 रुपए प्रति दस ग्राम बोला गया।
इस बीच आठ ग्राम वाली गिन्नी सौ रुपए मजबूत होकर 22,400 रुपए पर पहुंच गई। विदेशी बाजारों की तेजी और घरेलू स्तर पर त्योहारी मांग निकलने से चांदी हाजिर 925 रुपए मजबूत होकर 36,725 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। चांदी वायदा इस बीच 2250 रुपए की छलांग लगाकर 36,825 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई।
आलोच्य अवधि में सिक्का लिवाली और सिक्का बिकवाली एक-एक हजार रुपए तेज होकर क्रमश: 51 हजार रुपए एवं 52 हजार रुपए प्रति सैकड़ा रहे। कारोबारियों ने बताया कि स्थानीय मांग उतरने से पीली धातु में गिरावट दर्ज की गई, जबकि विदेशी बाजारों की तेजी से सफेद धातु मजबूत हो गई। उन्होंने कहा कि दोनों कीमती धातुओं पर आगे भी विदेशी रुख एवं स्थानीय मांग का प्रभाव रहेगा।