चंडीगढ़। चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से विदेशी उड़ानें शुरू होने का लोगों को लंबे समय से इंतजार था और बहुत धूमधाम से यहां से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू हुईं। लेकिन अब चंडीगढ़ हवाईअड्डा खाड़ी देशों से तस्करी कर यहां बड़ी मात्रा में लाए जा रहे सोने को लेकर खबरों में हैं।
बीते साल 15 सितंबर से शुरू हुई पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान के साथ 10 महीनों में हवाईअड्डे के सीमा शुल्क अधिकारियों ने यहां के यात्रियों से 90 लाख (140,000 डॉलर) रुपये मूल्य का सोना जब्त किया है।
चंडीगढ़ इंडिगो एयलाइंस व एयर इंडिया द्वारा क्रमश: संयुक्त अरब अमीरात के दुबई और शारजाह से सीधी उड़ानों के जरिए जुड़ा हुआ है।
हवाईअड्डे से जुलाई में सोने की तस्करी के तीन मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें 36 लाख रुपये का सोना जब्त किया गया है।
सबसे अचरज वाली घटना 10 जुलाई की रही, जब महाराष्ट्र के उल्हासनगर का एक व्यक्ति 407 ग्राम सोने के साथ पकड़ा गया। उसने सोने को अपने मलाशय में छुपा रखा था। इस व्यक्ति के पास से सोना बरामद करने के लिए उसे शौचालय में ले जाया गया। उससे 11 लाख रुपए कीमत का सोना जब्त किया गया।
हवाईअड्डे से यात्रा करने वालों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की सुरक्षा व जांच बढ़ाने की जरूरत है।
चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से दुबई के लिए उड़ान भरने वाले एक व्यापारी एन. सोनी ने कहा कि हालांकि हवाईअड्डे पर उन्होंने एक अच्छी सुरक्षा प्रणाली रखी है, लेकिन चीजों को प्रौद्योगिकी व उपकरण से और चौकस किया जा सकता है। अन्यथा हवाईअड्डा बदनाम होगा व यात्री परेशान होंगे।
सीमा शुल्क अधिकारियों और सुरक्षा अधिकारियों ने 26 जुलाई को दो लोगों को पकड़ा। दोनों उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से थे। इनके पास से 350 ग्राम सोना बरामद किया गया, जिसकी कीमत 10 लाख रुपये थी। इन्होंने सोने को बिरयानी से भरे एक टिफिन बाक्स के चारों तरफ लगे सफेद टेप में छुपा रखा था।
सीमा शुल्क विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि खाड़ी क्षेत्र में भारी तादाद में पंजाब व हरियाणा के लोग काम कर रहे हैं, लेकिन चंडीगढ़ हवाईअड्डे से सोने की तस्करी कर रहे ज्यादातर लोग इस इलाके से नहीं हैं। हम यूएई से आने वाली उड़ानों के यात्रियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं।