जयपुर। कृषि उपज मंडी समितियों में काम करने वाले अनुज्ञप्तिपत्रा धारी मंडी श्रमिकों (हम्माल और तोलेदारों) को अपनी बेटी की शादी करने पर 20 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। यह सहायता राशि राज्य में संचालित महात्मा ज्योतिबा फुले मंडी श्रमिक कल्याण योजना के तहत दी जाएगी।
कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने बताया कि इस योजना के तहत पूर्व में यह सहायता राशि महिला श्रमिकों को अपनी पुत्रियों की शादी करने पर दी जा रही थी। चूंकि मंडियों में पुरुष श्रमिकों की संख्या अधिक है, इसलिए राजस्थान सरकार ने इस योजना में संशोधन करते हुए अब पुरूष श्रमिकों को भी सहायता देने का फैसला लिया है।
उन्होंने बताया कि यह सहायता राशि उन श्रमिकों को दी जाएगी, जिन्होंने मंडी समिति से एक वित्तीय वर्ष पूर्व अनुज्ञप्ति पत्रा प्राप्त किया हो। इसके साथ ही उसकी उम्र 60 वर्ष से अधिक नहीं हो और वह मंडी में लगातार कार्य कर रहा हो।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत दो पुत्रियों की शादी एक साथ करने पर भी प्रत्येक को अलग इकाई मानकर सहायता राशि दी जाएगी। यह सहायता अधिकतम दो पुत्रियों के विवाह पर ही दी जाएगी।