नई दिल्ली। भविष्य निधि पर वर्ष 2015-16 के लिए ब्याज दर मौजूदा 8.75 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.8 प्रतिशत कर दी गई है। ब्याज दरों में की गई इस बढ़ोतरी का फायदा करीब पांच करोड़ पीएएफ खाता धारकों को मिलेगा। इससे सरकारी खजाने पर करीब सौ करोड़ रुपए का भार आएगा।
केंद्रीय श्रममंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने मंगलवार को बताया कि सेवानिवृति कोष चलाने वाली संस्था कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) इस साल अगस्त से भविष्य निधि की ऑनलाइन निकासी सुविधा की शुरुआत कर सकती है।
संगठन के इस कदम से कागजी बोझ कम होगा और कोष के अंशधारकों को बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी। वहीं, ईपीएफओ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमें इस साल अगस्त से पीएफ की ऑनलाइन निकासी शुरू करने की उम्मीद है।
हमने अपने रिकॉर्ड का पहले ही डिजिटलीकरण कर लिया है और ऑरेकल संचालन प्रणाली का इस्तेमाल करते हुए इसे प्रसंस्कृत भी कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि ईपीएफओ तीन डाटा केन्द्र स्थापित करने के लिए जल्द ही ब्लेड सर्वरों की खरीदारी करेगा।
यह केन्द्र गुड़गांव, द्वारका (दिल्ली) और सिकंदराबाद में स्थापित किए जाएंगे। इन तीनों केन्द्रों से ईपीएफओ के सभी 123 कार्यालयों को जोड़ा जाएगा। सर्वर खरीदने का काम मई तक पूरा हो जाएगा और जून तक इनका परीक्षण हो जाएगा।
जानकारी के अनुसार जून और जुलाई में लगातार परीक्षण के बाद इस साल अगस्त से पीएफ की ऑनलाइन निकासी का काम शुरू कर हो जाएगा। इसके एक बार चालू होने के बाद भविष्य निधि कोष के अंशधारक ऑनलाइन ही धन की निकासी कर सकेंगे। यह राशि सीधे उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की जाएगी।