पटना। बॉलीवुड की जानीमानी पार्श्वगायिका और अनुराधा पौडवाल की पुत्री कविता पौडवाल का कहना है कि बिहार के लोगों में संगीत की अच्छी समझ है और वे भक्तिपूर्ण भाव से लोक संगीत सुनते हैं।
सुश्री पौडवाल ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद कहा कि बिहार अपने लोक संगीत के कारण पूरे देश में अलग पहचान रखता है। बिहार के लोग भक्तिपूर्ण भाव से किसी कार्यक्रम में संगीत को सुनते हैं।
यहां के लोगों में संगीत की अच्छी समझ है। मैंने कई शहरों में कार्यक्रम प्रस्तुत किए हैं। बिहार में कार्यक्रम प्रस्तुत करना शानदार अनुभव रहा। आज की युवा पीढ़ी हर तर के संगीत को सुनती है यह अच्छी बात है।
कविता ने बिहार की लोकगीत गायिका एवं पद्मश्री शारदा सिन्हा के लोकगायन परंपरा में योगदान के बारे में पूछे जाने पर कहा कि आज लोक आस्था के महापर्व चैती छठ का तीसरा दिन है।
ऐसे में छठ एवं अन्य पर्वों से लेकर शादी-विवाह के अलग-अलग रस्मों की शारदा सिन्हा के गीतों के बिना कल्पना भी नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा, मैं शारदा जी के गाये गीतों को सुनकर बड़ी हुई हूं और मेरी पहचान भी छठ के गीतों से ही बनी है।
कार्यक्रम में सुश्री पौडवाल के अलावा भजन गायक लखबीर ङ्क्षसह लक्खा और सत्येंद्र कुमार संगीत के भजन पर श्रद्धालु खूब झूमे।
कार्यक्रम के दौरान कोलकाता के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा मां भगवती का सुंदर दरबार सजाया गया था, जहां मां भगवती की छह फुट ऊंची श्रंगार युक्त प्रतिमा स्थापित की गई थी।