गोरखपुर। गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में हुए 60 से अधिक मौत के मामले में आरोपी बनाए गए नौ लोगों में 7वां नामजद आरोपी चीफ फार्मासिस्ट गजानन जयसवाल ने बुधवार को अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में समर्पण किया।
अदालत ने चीफ फार्मासिस्ट गजानन और मंगलवार को गिरफ्तार किए गए सहायक लेखाकार संजय त्रिपाठी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। अब पुलिस और एसटीएफ बाकी बचे दो आरोपियों की तलाश कर रही है।
इस मामले में गिरफ्तार निलंबित प्राचार्य डॉ. राजीव मिश्रा, पूर्व प्राचार्य की पत्नी डॉ. पूर्णिमा शुक्ला, एनेस्थीसिया के हेड डॉ. सतीश कुमार को बुधवार को अदालत में पेश किया गया। न्यायालय ने उनके खिलाफ सबूत की मांग की। विवेचक ने सुबूत के लिए समय मांगा, जिस पर न्यायालय ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख 20 सितंबर तय की है।
इस मामले में महानिदेशक चिकित्सा-शिक्षा डॉ. केके गुप्ता की तहरीर पर 23 अगस्त को पुलिस ने लखनऊ के हजरतगंज थाने में नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया, जिसमें तत्कालीन प्राचार्य डॉ. राजीव मिश्र, उनकी पत्नी डॉ. पूर्णिमा शुक्ला, वार्ड 100 के एनएचएम के नोडल अधिकारी डॉ. कफील खान, लिपिक सुधीर पांडेय, एनेस्थिसिया के विभागाध्यक्ष डॉ. सतीश कुमार, लेखाकार संजय त्रिपाठी, गजानन जायसवाल, उदय शर्मा और मनीष भंडारी शामिल है। इनमें से सात लोग अब तक पकड़े जा चुके हैं। अब आरोपी उदय शर्मा और मनीष भंडारी की तलाश चल रही है।