
सबगुरु न्यूज़ उदयपुर। वन विभाग उदयपुर की ओर से हर साल की तहर इस बार भी प्रकृति प्रेमियों को पर्यावरण, वन संरक्षण एवं वन्यजीवों के प्रति प्रेम एवं जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से ईको ट्यूर का आयोजन रखा गया। इसके तहत शनिवार को दो दिन के लिए प्रकृतिप्रेमियों का दल राजसमंद जिले के गोरमघाट के लिए रवाना हुआ। उदयपुर के महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने हरी झण्डी दिखाकर दल को रवाना किया।
वन विभाग का ईको ट्यूर कार्यक्रम
पहले दिन इस दल को ट्यूरिस्ट पॉइन्ट गोरमघाट का भ्रमण कराया गया। सहायक वन संरक्षक सोहेल मजबूर ने बताया कि गोरमघाट ऐसा पर्यटन स्थल है जहां ट्रेन सफारी से एक घंटे के सफर के दौरान पर्वतीय क्षेत्र के मध्य पहाड़ों से निकलते झरनों का विहंगम दृश्य प्रकृति प्रेमी को लुभाता है। भ्रमण दल ने इस ट्रेन सफारी के साथ अरावली पर्वत माला के मध्य स्थित सेंचुरी में हरीतिमा आच्छादित वादियों एवं झरने का लुत्फ उठाया।
ट्रेन सफारी एवं सुरम्य झरनों ने किया अभिभूत
इस दौरान टूर ऑपरेटर कांतिलाल पूनमिया ने गोरम घाट में पाई जाने वाली वनस्पतियों एवं वन्यजीवों से सभी को अवगत कराया। इसके बाद सभी को मेवाड़ के ऐतिहासिक स्थल दिवेर का भी भ्रमण कराया गया।
मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) राहुल भटनागर ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य मानसून के दौरान प्रकृति के नवीन स्वरूप एवं वन्यजीव व वनस्पति से आमजन को रूबरू कराना है। उन्होंने बताया कि प्रकृति प्रेमियों की गोरमघाट के प्रति उत्सुकता एवं बढ़ती मांग को देखते हुए 26 अगस्त को पुनः ईको टेªक गोरमघाट ट्रेन सफारी की योजना बनाई गई है।