नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को चीन के साथ सीमा पर गतिरोध तथा जम्मू एवं कश्मीर के हालात से विपक्षी नेताओं को अवगत कराया। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तथा केंद्रीय वित्त एवं रक्षा मंत्री अरुण जेटली मौजूद थे।
इस बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे व आनंद शर्मा तथा जनता दल (युनाइटेड) के शरद यादव व के.सी.त्यागी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सीताराम येचुरी तथा तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ’ब्रायन मौजूद थे।
ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के नेता ए.नवनीत कृष्णन ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि विदेश सचिव एस.जयशंकर ने भारत, चीन तथा भूटान के बीच ट्राई-जंक्शन के निकट डोकलाम में सैन्य गतिरोध पर एक प्रतिवेदन पेश किया।
उन्होंने कहा कि गृह सचिव राजीव महर्षि ने जम्मू एवं कश्मीर के हालात पर एक प्रतिवेदन पेश किया। नवनीत कृष्णन ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमारी केंद्र सरकार भारतीय भूभाग की अच्छे से रक्षा कर रही है और अमरनाथ यात्रा के संदर्भ में केंद्र सरकार यात्रियों की सुरक्षा के लिए उपयुक्त कदम उठा रही है।
इससे पहले दिन में, सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने बैठक की।
माना जाता है कि इस बैठक में उन्होंने अमरनाथ यात्रियों की हत्या के मद्देनजर जम्मू एवं कश्मीर के हालात तथा चीन के साथ सैन्य गतिरोध को लेकर विपक्षी नेताओं के साथ किन-किन बिंदुओं पर चर्चा करनी है, इस पर विचार-विमर्श किया। सोमवार से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र में विपक्ष द्वारा दोनों मुद्दों को उठाने की संभावना है।