नई दिल्ली । आईपीएल के पूर्व आयुक्त ललित मोदी के साथ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के संबंध के कारण पार्टी और सरकार अब बैकफुट पर है। विदेशमंत्री सुषमा स्वराज के बाद ललित मोदी की आंच राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया तक पहुंच गई है।
पूर्व केन्द्रीय वित्तमंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदबंरम ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वह ब्रिटिश सरकार को लिखी गई चिठ्ठियों को सार्वजनिक करें।
चिदम्बरम ने कहा कि इन चिठ्ठियों के खुलासा होने के बाद उनके और कांग्रेस के खिलाफ लगे सभी आरोपों का जवाब मिल जाएगा। कांग्रेस नेता ने कहा कि ललित मोदी की सहायता करने के आरोप में सुषमा और वसुंधरा राजे को इस्तीफा देना चाहिए।
चिदंबरम ने ट्विट कर कहा कि संप्रग के खिलाफ ललित मोदी के आरोपों का पूरा जवाब ब्रिटेन के चांसलर को लिखे पत्र से मिल सकता है।सरकार इन पत्रों को जारी करें। उल्लेखनीय है कि ललित मोदी ने कल कांग्रेस और चिदंबरम पर राजनीतिक बदले के तहत निशाना साधने का आरोप लगाया था जो आईपीएल घोटाले के बाद कांग्रेस नेता शशि थरुर के मंत्री पद गंवाने से संबंधित है।
पूर्व वित्तमंत्री ने बताया कि उन्होंने दो वर्ष से भी पहले ब्रिटिश सरकार से पूछा था कि वह पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है, जो धन शोधन समेत व्यापक वित्तीय अनियमितता के मामले में आरोपी है और लंदन में शरण लिये हुए हैं। चिदंबरम ने ब्रिटिश सरकार के समक्ष इस विषय को 2013 में चांसलर आफ द एक्सचेकर जार्ज ओसबोर्न के साथ हुई बैठक में उठाया था। वह चाहते थे कि ब्रिटेन ललित मोदी को वापस भेजे क्योंकि भारत में उनका पासपोर्ट जब्त हो गया था और उनके ब्रिटिश वीजा की अवधि समाप्त हो गई थी।
वहीं इस मामले में कांग्रेस का सरकार और भाजपा पर हमला और तेज हो गया जब ललित मोदी ने यह दावा किया कि वसुंधरा राजे ने ब्रिटेन में उनकी आव्रजन याचिका पर लिखित में उनका समर्थन किया था। उन्होंने यह भी कहा था कि उनका विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ पारिवारिक संबंध है और सुषमा के पति और उनकी पुत्री ने उन्हें नि:शुल्क कानूनी सेवा प्रदान की थी।