कानपुर। देश में सबसे अधिक संख्या में ब्राम्हण होने के बावजूद ब्राम्हणों के ईष्ट देव भगवान परशुराम के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप सोमवार को पत्रकार वार्ता में राष्ट्रीय ब्राम्हण युवजन सभा के अध्यक्ष आशुतोष पांडेय ने लगाया। युवजन सभा ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि भगवान परशुराम जंयती पर राष्टीय अवकाश घोषित करे।
उनका कहना था कि सभी समाज के महापुरूषों की जंयती पर राष्ट्रीय अवकाश है, मगर भगवान परशुराम जयंती पर नहीं। उन्होंने परशुराम जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित नहीं होने तक विवाह नहीं करने का भी संकल्प किया। प्रदेश प्रमुख महासचिव सुबोध तिवारी ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि मदरसों के तर्ज पर मन्दिर के पुजारियों को भी वेतन देवे। अल्पसंख्यक आयोग, पिछड़ा आयोग व अनुसूचित आयोग की तर्ज पर सर्वण आयोग का भी गठन हो। जिसके माध्यम से सवर्णों का उत्पीड़न रोका जा सके। वार्ता के दौरान सुबोध तिवारी, सुनील शुक्ला ’जीतू’ राजे तिवारी, देवेन्द्र मिश्रा, राजू दुबे, नवीन पंडित, मंयक पाण्डेय, संजीव मिश्रा उपस्थित रहें।