जालोर। देश और प्रदेश में लोगों के अच्छे दिन आये हों या नहीं आए हों, पर लगता है जालोर में अच्छे दिन आ गए हैं, वो भी जनता के नहीं सरकारी मुलाजिमों के।…
शायद इसीलिए सरकार के महत्वपूर्ण अंग माने जाने वाले अधिकारी सरकार की महत्वपूर्ण योजना के शिविर में चैन की नींद सोते नजर आए और बाहर जनता त्राहि-त्राहि कर रही थी। यह हालात बुधवार को जालोर जिले के लोटा गांव के दिखे जहां भामाशाह शिविर के दौरान पंचायत समिति के महत्वपूर्ण अंग सरपंच के चैम्बर में कुर्सी पर सुस्ताते नजर आए।
वहीं बाहर गांव के लोगों को जबरदस्त परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों की मानें तो वह सवेरे से शिविर में खड़े हैं और एक बजे तक उनका काम करके उन्हें फारिग नहीं किया गया। उनका कहना था जवाबदेही के लिए कोई अधिकारी नहीं था।
इधर, जब अधिकारी से शिविर में लोगों के परेशान होने और उनके सोने के बारे में पूछा गया तो वह इधर से उधर घूमते नजर आए। हां, यह जरूर कह दिया कि आपने फोटो तो ले लिया ना अब क्या कहूं।