नई दिल्ली। जेएनयू विवाद की गूंज मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सर्वदलीय बैठक में भी सुनाई दी। विपक्षी दलों ने जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की रिहाई की मांग की। वहीं सरकार ने राष्ट्र विरोधी नारेबाजी को आपत्तिजनक करार दिया है।
बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेएनयू मामले पर संसद के बजट सत्र में चर्चा का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष द्वारा उठाई गई चिंताओं को दूर करेगी।
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी को घेरते हुए विपक्षी दलों ने कहा कि वह केवल भाजपा के प्रधानमंत्री नहीं है बल्कि पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं। विपक्ष के इस कथन पर मोदी ने भरोसा दिया कि वह देश के नेता के तौर पर कार्रवाई करेंगे न कि एक पार्टी विशेष के नेता के तौर पर।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने राष्ट्र विरोधी नारेबाजी की आलोचना करते हुए कहा कि ऐसी गतिविधियों में लिप्त छात्रों से उनकी पार्टी का कोई संबंध नहीं है।
हालांकि उन्होंने जेएनयू छात्र संघ के गिरफ्तार अध्यक्ष कन्हैया कुमार की रिहाई की मांग करते हुए कहा कि उसके खिलाफ देशद्रोह के कोई सबूत नहीं हैं।