लखनऊ। उत्तरप्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने शुक्रवार को संत गाडगे प्रेक्षागृह में संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय संस्कृति उत्सव का उद्घाटन किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह सुखद संयोग है कि संस्कृति उत्सव 17 मार्च से 19 मार्च तक चलेगा और 19 मार्च को शाम 4.30 बजे प्रदेश में नए मुख्यमंत्री सहित मंत्रिमण्डल का शपथ ग्रहण समारोह भी कांशीराम स्मृति उपवन में आयोजित किया जाएगा।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश संस्कृति की दृष्टि से सम्पन्न प्रदेश है। दिल्ली देश की राजनैतिक राजधानी है, मुंबई आर्थिक राजधानी है, काशी सांस्कृतिक राजधानी है और लखनऊ कला और संस्कृति की राजधानी है। यहां विविध कला और भाषा हैं। यहां की अवधी पाक कला भी अपनी विशेषता रखती है।
उन्होंने कहा कि अन्य स्थानों से आए कलाकार लखनऊ की विशेषताओं का भी लाभ उठाएं। नाईक ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसमें हरियाणा के संस्कृति विभाग तथा भारत सरकार के उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र भी परस्पर सहयोगी हैं।
तीन संस्थाओं का एक साथ कार्यक्रम करना त्रिवेणी संगम जैसा है। इस तीन दिन के उत्सव में बहुत कुछ देखने को मिलेगा। उन्होंने उत्सव में सम्मिलित होने आये सभी कलाकारों का अभिनंदन किया। राज्यपाल ने कहा कि होली का उत्सव कुछ दिन पूर्व समाप्त हुआ है।
कुछ दिनों के बाद भारतीय नववर्ष प्रारम्भ होगा। उन्होंने सभी को आने वाले नववर्ष की बधाई देते हुये कहा कि संस्कृति और कला अपनी पहचान होती हैं। देश में 64 से ज्यादा कलाएं विद्यमान हैं जैसे चित्रकला, शिल्पकला और संगीतकला आदि। ऐसे आयोजन से कलाकारों के ज्ञान का विस्तार होता है।
उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान की दृष्टि से इस तरह के आयोजन निरन्तर आयोजित होते रहने चाहिये। इससे पूर्व राज्यपाल ने कला प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। कार्यक्रम में राजेश पाल की जादूगरी तथा प्राचीन अवधी लोकनृत्य प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर अच्छे लाल सोनी, सचिव संस्कृति हरिओम, कुलपति भातखण्डे श्रुति सडोलीकर काटकर, उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की संयुक्त निदेशक अनुराधा गोयल सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।