जोधपुर/शेखपुरा। बिहार के भागलपुर जिले के धरहरा गांव की पहचान जहां बेटियों के जन्म पर पौधरोपण करने के रूप में बनी है, वहीं बिहार के शेखपुरा जिले के एक गांव में एक युवक ने दहेज के रूप में 250 पौधे लगाने की शर्त रखकर पर्यावरण की रक्षा के लिए नया संदेश देने की कोशिश की है।
शेखपुरा जिले के सदर प्रखंड के बादशाहपुर गांव निवासी चिकित्सक डॉ प्रभात कुमार सिन्हा के पुत्र डॉ निशीथ कुमार ने अपनी शादी के लिए लड़की पक्ष वालों से दहेज के रूप में 250 पौधे लगाने की शर्त रखी।
लड़की पक्ष वालों के लिए हालांकि यह हैरानी वाली बात थी, लेकिन पर्यावरण के प्रति अतिसंवेदनशील निशीथ के विषय में जब पता चला तब उन्हें गौरव महसूस हुआ।
लड़की पक्ष वालों ने दूल्हे की मांग तत्काल मान ली। दूल्हा निशीथ और दुल्हन डॉ$ जैसलीन जोधपुर में चिकित्सक हैं। दूल्हे के पिता रांची में चिकित्सक हैं और दुल्हन भी रांची की ही रहने वाली है। लड़की पक्ष द्वारा मांग मान लेने पर डॉ निशीथ और डॉ जैकलीन 15 दिसंबर को परिणय सूत्र में बंध गए।
लड़की वाले भी अपने किए गए वादे के अनुसार, शुक्रवार को बादशाहपुर गांव पहुंचे और ग्रामीणों के सहयोग से दूल्हे की जमीन पर आम, अमरूद, नींबू सहित अन्य प्रकार के 250 पौधे लगाए। डॉ$ जैकलिन के पिता डॉ$ रविकांत सिन्हा भी पौधे लगाकर गर्व महसूस कर रहे हैं।
इधर, इस अनूठी पहल को लेकर गांव वाले भी प्रसन्न हैं। ग्रामीण राजवंश सिंह कहते हैं कि पर्यावरण की रक्षा और धरती को हरा-भरा रखने के लिए यह अनोखी पहल है। इससे समाज में एक नया संदेश जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस पहल का अगर गांव के सभी लोग अनुसरण करना प्रारंभ कर दें तो जहां दहेज जैसी कुरीति समाप्त हो जाएगी वहीं धरती भी हरा-भरा हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि भागलपुर जिले के धरहरा गांव में पुत्री के जन्म के बाद लोग 10 पौधे लगाते हैं। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी धरहरा जाकर वहां के लोगों की प्रशंसा कर चुके हैं।