हैदराबाद। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने शनिवार को कहा कि देश भर में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली लागू होने से प्रथम तीन महीनों के दौरान एक लाख नौकरियां पैदा होंगी। बंडारू ने कहा कि इसके अतिरिक्त लेखा (अकाउंटेंसी) के क्षेत्र में 60,000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
जीएसटी को ऐतिहासिक पल करार देते हुए उन्होंने कहा कि यह देश द्वारा आर्थिक व कर की आजादी प्राप्त करने जैसा लग रहा है।
जीएसटी जागरूकता अभियान पर दत्तात्रेय ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्रालय विभिन्न संस्थानों के माध्यम से कारोबारी समुदाय तथा आम आदमी के लाभ के लिए तेलंगाना तथा आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में पिछले छह महीने के दौरान 1,118 कार्यशालाओं का आयोजन कर चुका है।
उन्होंने कहा कि 150 जीएसटी सेवा केंद्र तथा एक मैनुल खोला गया है, जहां व्यापारियों की मदद के लिए पूरी जानकारी मुहैया कराई जा रही है।
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मंत्री ने दावा किया कि जीएसटी के लागू होने से 17 प्रकार के करों का उन्मूलन हुआ है और कर प्रणाली एकीकृत हुई है। कर प्रणाली में लगभग 1,500 स्लैब थे, जिन्हें अब चार कर दिया गया है।
दत्तात्रेय ने कहा कि अब सामानों के परिवहन में विलंब नहीं होगा, क्योंकि विभिन्न राज्यों की सीमाओं पर मौजूद जांच चौकियां हटा दी गई हैं।
जीएसटी के लागू होने से सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विकास दर सात फीसदी से बढ़कर नौ फीसदी हो जाएगी और महंगाई में लगातार कमी आएगी, क्योंकि जरूरी वस्तुओं की कीमतें कम होंगी।