सूरत। सूरत रेलवे स्टेशन पर इन दिनों गार्डस की कमी के कारण ट्रेनों को चलाने में परेशानी हो रही है। फिलहाल दस मालगाड़ी के अतिरिक्त गार्ड को पैसेंजर ट्रेनों पर तैनात किया गया है। गार्ड को सोलह घंटे का आराम नसीब नहीं हो रहा है। आठ से १२ घंटे के आराम के बाद उनकी ड्यूटी लगा दी जाती है। सूरत में 64 गार्डस का कैडर तय किया हुआ है, जिसे अब 80 से अधिक बढ़ाने की जरूरत महसूस हो रही है।
पश्चिम रेलवे के मुम्बई रेल मंडल में सूरत की गिनती मुम्बई-अहमदाबाद और नई दिल्ली रेलमार्ग पर महत्वपूर्ण स्टेशनों में होती है। यहां लम्बी दूरी की ट्रेन में पानी भरने समेत दूसरे कई कार्य किए जाते हैं। इसमें गार्डस की ड्यूटी लगाना भी शामिल है।
इस कार्य की जिम्मेदारी सूरत रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर तैनात उप स्टेशन अधीक्षक की होती है। उप स्टेशन अधीक्षक आठ घंटे की ड्यूटी के दौरान ट्रेनों के परिचालन पर नजर बनाए रखता है। ट्रेन में गार्ड पहुंचा कि नहीं, इसके लिए भी उसे तनाव झेलना पड़ता है।
सूत्रों ने बताया कि सूरत स्टेशन पर गार्डस का कैडर करीब 64 का है। यह कैडर काफी पहले तय हुआ था। उसके बाद कई नई ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जा चुका है। हाल ही अहमदाबाद-इलाहाबाद एक्सप्रेस और हापा-बिलासपुर एक्सप्रेस चलाई गई हैं। ट्रेनों के परिचालन के लिए तैनात किए जाने वाले रेल कर्मचारियों की संख्या जस की तस है।
सूरत स्टेशन को अस्सी गार्डस की जरूरत है, लेकिन 55-60 गार्डस से ही काम चलाना पड़ता है। रनिंग स्टाफ को ड्यूटी ऑफ करने के बाद सोलह घंटे का आराम देना होता है। सुबह छह से बारह बजे के बीच ड्यूटी ऑफ करने वाले गार्ड को अगले दिन की ट्रेन नियमानुसार मिलनी चाहिए, लेकिन गार्डस की कमी के कारण गार्ड को उसी शाम दूसरी ट्रेन दे दी जाती है।
उप स्टेशन अधीक्षक गार्ड को शाम की या रात की ट्रेन स्वीकारने के लिए मिन्नतें करनी पड़ती है। आराम पूरा नहीं होने पर भी गार्ड ड्यूटी पर चढऩे के कारण दबाव में रहते हैं। रेलवे गार्ड यूनियन की ओर से कई बार स्टाफ बढ़ाने की गुहार लगाई गई, लेकिन उनकी मांग पर अब तक विचार नहीं किया गया।
गार्ड को प्राइमरी मेडिकल निरीक्षण और ट्रेनिंग के लिए भी भेजा जाता है। इसके अलावा कुछ गार्ड छुट्टी पर रहते हैं। उधना स्टेशन से दस मालगाड़ी ट्रेनों के गार्ड को पैसेंजर, मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों पर तैनात किया जा रहा है।
इन ट्रेनों में सूरत से चढ़ते हैं गार्ड
सूरत रेलवे स्टेशन से पैसेंजर, मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में गार्ड की ड्यूटी लगाई जाती है। इनमें वलसाड-अहमदाबाद गुजरात क्वीन एक्सप्रेस, बान्द्रा-सूरत इंटरसिटी, सूरत-मुम्बई फ्लाइंग रानी एक्सप्रेस, फिरोजपुर जनता एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनें शामिल हैं। ताप्ती लाइन पर चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों में सूरत से नंदुरबार और नंदुरबार से सूरत के बीच गार्ड की तैनाती की जाती है, जबकि मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में सूरत से भुसावल के लिए गार्ड बुक किए जाते हैं।