मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई समेत महाराष्ट्र में शुक्रवार को नव वर्ष (गुडी पाडवा) को परंपरागत ढंग से मनाया गया।
नये वर्ष के दिन महाराष्ट्र के हर घर के दरवाजे पर लोग एक लंबी लाठी जैसे बांस के डंडे पर नए सिल्क का कपड़ा और नीम के पत्ते बांधते हैं और उसमें एक लोटा लटकाते हैं। फूलों का माला पहना कर इसे दरवाजे पर खडा कर दिया जाता है।
आज के दिन महिलाएं घर में मिठाइयां, पूरन पोली (मीठी रोटी) श्रीखंड और सोंठ पाक बनाते हैं। गुडी पाडवा मनाने के लिए कई कहानियां प्रचलित हैं जिसमें से एक यह भी है कि जब भगवान राम श्रीलंका के राजा रावण को हरा कर अयोध्या वापस लौटे थे उस खुशी में यह त्योहार मनाया जाता है।
दूसरी मान्यता यह है कि आज के दिन से हिंदू माह चैत्र मास का प्रथम दिन है और आज के ही दिन से नया वर्ष शुरू होता है इसलिए नए वर्ष के आगमन की खुशी में भी यह मनाया जाता है।