नई दिल्ली। भारत ने स्मार्ट एंटी-एयरफील्ड वेपन (एसएएडब्ल्यू) गाइडेड बम का सफलतापूर्ण परीक्षण किया है। यह मिसाइलों की तुलना में अधिक सस्ता व लक्ष्य को सटीक रूप से भेदने में सक्षम है। डीआरडीओ के प्रमुख एस. क्रिस्टोफर ने रविवार को यह जानकारी दी।
नौवहन प्रणाली से निर्देशित होने वाले एसएएडब्ल्यू ग्लाइड बम का ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र से शुक्रवार को सफलतापूर्ण परीक्षण किया गया।
डीआरडीओ प्रमुख ने कहा कि पर्यावरण की स्थिति के कारण सटीक लक्ष्य को साधने में सक्षम न रहने वाले बमों की तुलना में नौवहन प्रणाली वाला यह बम अधिक बारीक गुणों वाला है और यह इसी गुण वाली अन्य मिसाइलों की तुलना में अधिक सस्ता भी है।
क्रिस्टोफर ने कहा कि अब तक हमारे पास जो बम रहे हैं, वे अधिक सटीक गुण वाले नहीं हैं, इसलिए वे लॉन्च होने के बाद हवा और मौसम की स्थिति पर अपना रुख बदल देते हैं। जब आप दुश्मन से लड़ रहे हैं तो आप सौ बार प्रयास नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मौसम और हवा की स्थिति बदलने पर यह संभव है कि बम कहीं और चला जाए। इस बम में लगी मार्गदर्शन प्रणाली अपने लक्ष्य को सही करेगी।
उन्होंने कहा कि यह एक प्रकार का निर्देशित किया जाने वाला बम है और यह मिसाइल या रॉकेट से बहुत सस्ता है, क्योंकि इसमें प्रणोदन नहीं है। यह हमारे अनुसार लक्ष्य पर निशाना साधता है।