राजकोट। आठ गौ संरक्षण कार्यकर्ताओं द्वारा गुरुवार को जिला कलेट्रेट परिसर में गाय को ‘राष्ट्रमाता’ घोषित करने और गोमांस पर अखिल भारतीय प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए यहां जहर खाकर कथित रूप से आत्महत्या करने के प्रयास के मामले में एक व्यक्ति की जान चली गई जबकि तीन की स्थिति नाजुक बनी हुई है।
पुलिस कर्मियों की तैनाती के बावजूद आठ कार्यकर्ताओं ने कीटनाशक खा लिया। उन्हें इसके बाद सरकारी अस्पताल ले जाया गया। सहायक पुलिस आयुक्त कल्पेश चावड़ा ने बताया कि इनमें से एक की पहचान हिंडा वाबाडिया के रूप में हुई है। उनकी मौत अस्पताल में उपचार के दौरान हो गई। तीन अन्य की स्थिति नाजुक बताई गई है।
35 वर्षीय वाबाडिया उस समूह का हिस्सा था जो जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर एकत्र हुआ और उन्होंने गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग की। पुलिस कर्मी जब तक उन्हें रोक पाते उन्होंने कीटनाशक खा लिया।
राजकोट से पूर्व कांग्रेस सांसद कुनवारजी बावलिया एवं गौसेवा आयोग के अध्यक्ष वल्लभभाई कठीरिया के घटना के बाद अस्पताल पहुंचने पर प्रदर्शनकारियों ने उन्हें अस्पताल परिसर में जाने से रोक दिया। गौ रक्षक समिति ने गुजरात बंद का आह्वान किया है।