सूरत। गुजरात माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सूरत शहर की स्कूलों को नोटिस भेजा हैं। बोर्ड के आदेश का उल्लंघन करने पर राज्य की सैकड़ों स्कूलों के साथ सूरत शहर की स्कूलों के संचालकों से जवाब मांगा गया है। साथ ही संचालकों को स्कूलों की मान्यात रद्द करने की चेतावनी भी दी गई हैं।
गुजरात बोर्ड ने 10वीं और 12वीं बोर्ड में कक्षाओं और विद्यार्थियों की संया को लेकर नियम बनाया है। बोर्ड ने इन्हीं नियमों के आधार पर स्कूल संचालकों को विद्यार्थियों को प्रवेश देने की अनुमति दी है। 10वीं और 12वीं बोर्ड की अनुमति के लिए संचालकों को आवेदन करना पड़ता है।
बोर्ड ने एक कक्षा में 60 से अधिक विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं देने का नियम बनाया है। स्कूल की स्थिति के अनुसार ही कक्षाओं की अनुमति दी जाती है। गुजरात बोर्ड की नजर में आया है कि राज्य के सैंकडों स्कूलों ने आदेश का उल्लंघन किया है। संचालकों ने बोर्ड की ओर से दी गई अनुमति से अधिक कक्षाएं शुरू कर अधिक विद्यार्थियों को प्रवेश दिया है। ऐसे सभी स्कूलों को बोर्ड ने नोटिस भेजा हैं।
सूरत के 60 से अधिक स्कूल
बोर्ड ने सूरत शहर के वराछा, अडाजन, पांडेसरा, लिबायत, डिंडोली, कतारगाम, पूनागाम क्षेत्रों में चल रहे 60 से अधिक स्कूलों को नोटिस भेजा हैं। इनमें कई नामी स्कूलों के नाम भी शामिल हैं। बोर्ड की सूची में कई हिन्दी विद्यालयों के नाम भी हंै।
राज्य के 444 स्कूलों को नोटिस
बोर्ड ने राज्य के 444 से अधिक स्कूलों को नोटिस भेजा हैं। सभी को जल्द जवाब देने के लिए आदेश दिया हैं। इस सूची में अहमदाबाद, सूरत, वड़ोदरा, राजकोट, सोमनाथ, कच्छ, भूज, जूनागढ़, आणंद, वलसाड़, गीर, सोमनाथ जिलों की स्कूलों के नाम हैं।
मान्यता शर्तों के उल्लंघन पर कार्रवाई
बोर्ड ने सभी के खिलाफ मान्यता रद्द करने तक की कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों को भी नोटिस की कोपी भेजी गई है। नोटिस में मान्यता की शर्तो का भी उल्लेख किया गया है।
वेबसाइट पर जारी की सूची
बोर्ड ने वेबसाइट पर 1332 पन्नों का नोटिस जारी किया है। इसमें सभी स्कूलों के नाम है। साथ ही स्कूलों को कितनी कक्षाओं और कितने विद्यार्थियों को प्रवेश देने की अनुमति दी गई थी उसका भी उल्लेख है। अनुमति के सामने कितने विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया है और कितने अधिक प्रवेश है उसका भी उल्लेख किया गया है। साथ ही उन्की मान्याता क्यों रद्द ना की जाए इसका खुलासा मांगा गया है।