चंडीगढ़/गुरुग्राम। जिला परिषद की पूर्व चेयरपर्सन अपनी ससुराल से फरार हो गई है। वह अपने साथ लाखों की नकदी, जेवरात व प्रॉपर्टी के कागजात लेकर गई है। काफी तलाश के बाद भी उनका कोई पता नहीं चल पाया है।
इस बाबत लिखित शिकायत कविता यादव के ससुर ने स्थानीय पुलिस आयुक्त को दी है। साथ ही यह भी कहा गया है कि वह किसी के बहकावे में आकर गई है।
गुरुग्राम जिला के गांव बास लांबी निवासी बीर सिंह पुत्र रामचंद्र ने पुलिस आयुक्त संदीप खिरावर के नाम दी गई लिखित शिकायत में कहा है कि उसके बेटे अशोक की शादी दिल्ली के रजोकरी के रहने वाले ईश्वर सिंह की पुत्री कविता के साथ हुई थी।
कविता गत पंचवर्षीय योजना में जिला परिषद की चेयरपर्सन बनी थी। गत कई दिनों से उनकी पुत्रवधु कविता उनसे बिजनेस के नाम पर पैसों की मांग कर रही थी। उन्होंने पैसे देने से साफ मना कर दिया था।
मना करने के बाद भी वह बीते माह 17 अक्टूबर को बिना किसी को कुछ बताए घर से चली गई। उन्हें पता चला कि कविता घर से अपने साथ 15 लाख रुपए नकद, दो किलो सोना और चल-अचल संपत्ति के कागजात लेकर गई है।
उन्हें शक है कि कोई व्यक्ति उसे बहला-फुसलाकर ले गया है। वह उनकी प्रॉपर्टी हथियाने के चक्कर में लगा है। हालांकि ससुरालीजनों की ओर से इस बात का खुलासा शिकायत में नहीं किया गया है कि आखिर वह कौन व्यक्ति है, जिस पर वे इस तरह का शक कर रहे हैं।
ससुर बीर सिंह के मुताबिक कविता दो बच्चों की मां है। आठ साल का बेटा व 11 साल की उसकी बेटी है। बेटा मानसिक रूप से अपाहिज है। इन दोनों बच्चों को भी वह छोड़कर चली गई है।
कविता के ससुर बीर सिंह ने शिकायत में यह भी कहा है कि उनका बेटा एवं कविता का पति अशोक पिछले एक साल से बीमार है। इसके बावजूद भी वह भरे-पूरे परिवार को छोड़कर फरार हो गई है।
बीर सिंह ने इस बात का भी शक जाहिर किया है कि उसे ले जाने वाला आदमी उनकी प्रॉपर्टी हड़पकर उसे जान से मार सकता है।