नई दिल्ली। केन्द्र के एक्ट ईस्ट पॉलिसी के साथ समन्वय बनाते हुए पूर्वोतर भारत के सबसे बड़े शहर गुवाहाटी को दक्षिण-पूर्व एशिया का प्रवेशद्वार बनाया जाएगा। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने यहां शनिवार को यह बात कही।
सोनोवाल ने पूर्वोत्तर छात्र और युवा सम्मेलन 2017 का उद्घाटन करते हुए कहा कि गुवाहाटी को हमेशा से ही पूर्वोत्तर के प्रवेशद्वार के रूप में देखा जाता है।
उन्होंने कहा कि लेकिन अब एक्ट ईस्ट पॉलिसी के जरिए हमने गुवाहाटी को दक्षिण पूर्व एशियाई संयोजकता का केंद्र बनाने की परिकल्पना की है।
उन्होंने कहा कि इस सरकार ने निवेश को आकर्षित करने और बुनियादी ढांचे के विकास से उत्तर-पूर्व भारत को विकास का नया इंजन बनाने के प्रधानमंत्री मोदी की परिकल्पना को प्राथमिकता दी है।
सोनोवाल ने कहा कि पूर्वोत्तर की अष्टलक्ष्मी आज परिवर्तनों के शिखर पर खड़ी है। यह युवाओं के नेतृत्व में हमारे क्षेत्र की वास्तविक क्षमता को महसूस कर रही है।
उत्तर-पूर्व के समृद्ध जल निकायों, जैव विविधता और सुंदर दृश्यों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारे पास सब कुछ है और अब हमें कड़ी मेहनत करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि मोदी ने बाढ़ की बारहमासी समस्याओं को हल करने के लिए एक व्यापक कार्य योजना की मांग की है और इसके लिए उन्होंने 100 करोड़ रुपये देने की घोषणा भी की है।
असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि यह कार्य किया जाता है, तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार चाहती है कि पूर्वोतर क्षेत्र दक्षिण-पूर्व एशिया के बाजार पर कब्जा कर लें।
सोनोवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि पूर्वोत्तर सबसे विकसित क्षेत्र बने और हमें इसके लिए खुद को तैयार करना होगा। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने हमें सहकारी संघवाद को आगे बढ़ाने का एक अच्छा मौका दिया है।