ग्वालियर। भारतीय जनता पार्टी द्वारा गुरुवार को राजमाता विजयाराजे सिंधिया को उनकी जयंती के अवसर श्रद्धांजलि दी गई। राजमाता सिंधिया के जयंती पर पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने स्थानीय कटोराताल स्थित छत्री में उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए एवं उनको याद किया।
श्रद्धांजलि सभा में प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया एवं नगरीय निकाय प्रशासन मंत्री माया सिंह विशेष रूप से उपस्थित थीं।इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा ने कहा कि श्रद्धेय राजमाता के त्याग, तपस्या के कारण ही आज भाजपा का इतना विशाल स्वरूप दिखाई देता है।
उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं को मैं राजमाता का स्मरण दिलाते हुए यह बताना चाहता हूं कि जब वे आपातकाल में जेल गईं और जेल से निकलते ही उन्होंने पं दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद व डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी की पंचनिष्ठाओं को आत्मसात करते हुए संगठन को गढऩे का काम किया।
प्रत्येक कार्यकर्ता को उनके जीवन के बारे में, उनके व्यक्तित्व एवं कृत्तिव का अध्ययन करना चाहिए और उनके कार्यों को अपने आचरण में उतारने का प्रयास करना चाहिए। मैं पूरे भाजपा संगठन की ओर से उनके चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि श्रद्धेय राजमाता त्याग, तपस्या की प्रतिमूर्ति थीं।
वे एक कुशल संगठक के अलावा बड़ी राजनेता होकर ममतामयी मां भी थीं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को मां के रूप में स्नेह देते हुए संगठन में कार्य करना भी सिखाया।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा, प्रदेश कार्यसमित सदस्य वेदप्रकाश शर्मा, साडा अध्यक्ष राकेश जादौन, पूर्व मंत्री ध्यानेंद्र सिंह मामा, धीर सिंह तोमर, पूर्व मेला प्राधिकरण अनुराग बंसल, नगर निगम सभापति राकेश माहौर, पूर्व साडा अध्यक्ष जयसिंह कुशवाह, कमल माखीजानी, रामेश्वर भदौरिया, संभागीय मीडिया प्रभारी सुबोध दुबे, मंडल अध्यक्ष रमेश सेन, जयंत शर्मा, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष खुशबू गुप्ता, पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता, सुमन शर्मा, नीरू ज्ञानी, दीपक शर्मा, सतीश सिकरवार, किसान मोर्चा अध्यक्ष भरत दांतरे, परवेज खान, जितेंद्र गुर्जर, मनीष मांझी, सुभाष शर्मा, अभिनंदन त्यागी, जगत कौरव, चंदू गुप्ता, पारस जैन, बिरजू शिवहरे, संभागीय सह मीडिया प्रभारी पवन सेन सहित सैकडों भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।
इस श्रद्धांजलि सभा में शहर के संगठन एवं आध्यात्मिक संगठन के लोग भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे, जिनमें प्रमुख रूप आध्यात्मिक गुरू संतोष गुरू, शहर काजी अब्दुल काजी, डॉ ज्योति बिंदल, डॉ जेएस छावडा भी मौजूद थे।