ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हिंदू महासभा ने 15 नवंबर को अपने कार्यालय में पूरे विधि-विधान से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रतिमा स्थापित की थी, जिसे मंगलवार को प्रशासन ने हटा दिया।
अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) शिवराज सिंह वर्मा ने बताया कि हिंदू महासभा के कार्यालय में गोडसे की प्रतिमा स्थापित की गई थी, उसे आज प्रशासनिक दल ने वहां से हटा दिया है और अपने कब्जे में ले लिया है। संबंधितों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है।
ज्ञात हो कि हिंदू महासभा ने दौलतगंज स्थित कार्यालय में 15 नवंबर को विधिवत गोडसे की प्रतिमा स्थापित की थी। इसके साथ ही जिस कमरे में यह प्रतिमा रखी गई थी, उसे मंदिर भी घोषित कर दिया था।
गोडसे की प्रतिमा स्थापित किए जाने को लेकर गांधीवादी व कांग्रेस ने विरोध तेज कर दिया था। इसके बाद प्रशासन की ओर से महासभा के नेता डॉ. जयवीर सिंह भारद्वाज को नोटिस जारी किया गया था। उसका उनकी ओर से संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
हिंदू महासभा द्वारा स्थापित की गई प्रतिमा की नियमित पूजा हो रही थी और आरती भी तैयार कर ली गई थी। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि अगर मंगलवार को प्रतिमा नहीं हटी, तो वे स्वयं जाकर हटा देंगे।
इतना ही नहीं, मंगलवार की सुबह से हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में पत्थर, ईंट और डंडे आदि जमा कर रखे थे। तनाव के मद्देनजर सुबह से ही हिंदू महासभा के बाहर पुलिस बल तैनात था।
प्रशासन ने अपनी रणनीति के मुताबिक दोपहर बाद भारी पुलिस बल के साथ प्रशासनिक अधिकारी हिंदू महासभा के कार्यालय पहुंचे और उन्होंने वहां से मूर्ति हटा दी और उसे अपने साथ मूर्ति ले गए। एडीएम वर्मा के अनुसार आगे की कार्रवाई पुलिस द्वारा की जा रही है। मूर्ति को हटा दिया गया है।