नई दिल्ली। ग्वालियर की पूर्व महिला जज के साथ यौन शोषण के आरोप के मामले में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के जज की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस रंजन गोगोई ने शुक्रवार को खुद सुनवाई से इनकार कर दिया है।
गुरुवार को वरिष्ठ वकील सिद्धार्थ लूथरा ने चीफ जस्टिस जेएस खेहर की कोर्ट में इस मामले को मेंशन किया जिसके बाद कोर्ट ने आज सुनवाई की तिथि नियत की। आपको बता दें कि 8 फरवरी को इस मामले की सुनवाई से जस्टिस अभय मनोहर सप्रे ने खुद को सुनवाई से अलग कर लिया था।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के जज के खिलाफ 58 सांसदों ने राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी को नोटिस देकर महाभियोग चलाने की मांग की थी। इन सांसदों ने उक्त जज पर ग्वालियर की एक महिला जज के साथ यौन शोषण का आरोप लगाया था।
हामिद अंसारी ने इस नोटिस को स्वीकार करते हुए तत्कालीन चीफ जस्टिस एचएल दत्तु को पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट के एक जज और किसी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को नॉमिनेट कर जांच कमेटी गठित करने की मांग की थी।
अगस्त 2014 में ग्वालियर की पूर्व महिला जज ने चीफ जस्टिस और सुप्रीम कोर्ट के कुछ जजों के नाम पत्र लिखकर शिकायत की थी कि उक्त जज ने अपने कोर्ट के रजिस्ट्रार से अपने निवास पर डांस करने के लिए संदेश भिजवाया। महिला जज ने उस कार्यक्रम को नजरअंदाज किया लेकिन अगले दिन उक्त जज ने कुछ अपशब्दों का इस्तेमाल किया।