कुआलालंपुर। विकास बहल की फिल्म ‘क्वीन’ और विशाल भारद्वाज की फिल्म ‘हैदर’ ने आज 16वें आईफा समारोह में कई पुरस्कार अपने नाम किए। इनमें से सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जहां कंगना रनौत को मिला वहीं सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार शाहिद कपूर के नाम रहा।
‘क्वीन’ एक ऐसी मध्यवर्गीय लड़की की खुद को तलाशने की कहानी है, जिसे उसके मंगेतर ने छोड़ दिया है । शाहिद-श्रद्धा कपूर की फिल्म ‘हैदर’ शेख्सपीयर के ‘हैमलेट’ पर आधारित है। दोनों ही फिल्मों को तीन-तीन पुरस्कार मिले।
शाहिद ने यह पुरस्कार विशाल को समर्पित किया जिन्होंने उन्हें इस फिल्म का काम करने का मौका दिया। शाहिद ने इस फिल्म को एक ‘डरा देने वाली’ फिल्म बताया। शाहिद ने कहा, मैं इस पहचान के लिए विशाल भारद्वाज को शुक्रिया कहना चाहता हूं । आपका बहुत-बहुत शुक्रिया कि आपने मुझमें यकीन दिखाया।
पुरस्कार लेते हुए शाहिद ने कहा, आज मैं यहां उनकी वजह से खड़ा हूं। इस फिल्म को करने में बहुत डर लग रहा था क्योंकि हमें लगा था कि लोग इस फिल्म को कभी नहीं समझेंगे और कभी इसे प्यार नहीं करेंगे। ‘हैदर’ में शाहिद की मां की भूमिका में दमदार अभिनय दिखाने के लिए तब्बू को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार मिला जबकि इसी फिल्म में एक घाघ नेता की भूमिका निभाने वाले के के मेनन को नकारात्मक भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ खलनायक का पुरस्कार मिला ।
फैंटम फिल्म्स और वायकॉम पिक्चर्स के सह-निर्माण में बनी और एम्सटर्डम एवं पेरिस में फिल्माई गई फिल्म ‘क्वीन’ के खाते में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के साथ-साथ सर्वश्रेष्ठ पिक्चर एवं कहानी (बहल, चैताली परमार और परवेज शेख) का भी पुरस्कार गया। फैंटम फिल्म्स के प्रमुखों में से एक अनुराग कश्यप ने ‘क्वीन’ के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार स्वीकार करते हुए निर्देशक राजकुमार हिरानी के प्रति अपना प्रेम जाहिर किया।
‘हैप्पी न्यू ईयर’ में नृत्य सिखानी वाली अध्यापिका की भूमिका निभाने वाली दीपिका पादुकोण का नामांकन सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री वर्ग में हुआ था । दीपिका को ‘वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला’ का पुरस्कार मिला। दीपिका ने यह पुरस्कार दुनियाभर की महिलाओं को समर्पित किया ।
काले और मरून रंग की साड़ी में बेहद खूबसूरत लग रही दीपिका ने कहा, यह पुरस्कार लाखों महिलाओं के लिए है। बॉलीवुड के शोमैन कहे जाने वाले सुभाष घई को ‘भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान’ के प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा गया। उन्हें यह पुरस्कार उनकी फिल्म ‘राम लखन’ के अभिनेताओं जैकी श्रॉफ और अनिल कपूर ने दिया।
घई ने कहा, इस समय मेरे भीतर कई भावनाएं उमड़ रही हैं। बहुत सी यादें हैं। साल दर साल हर इंसान सीखता है, उठता है और गिरता है। उन्होंने कहा, मुझ जैसे एक इंसान के लिए यह सबसे शानदार शामों में से एक है, जब मुझे बहुत सा प्यार और सम्मान मिल रहा है।
मेरे पास साझा करने के लिए बहुत सी कहानियां हैं। मुझे लगता है कि सफलता और पुरस्कार एक तरह का जाल है। आपको ये पुरस्कार आपके पिछले कामों के लिए मिलते हैं लेकिन तब आपसे उम्मीद रखी जाती है कि आप वैसा ही बेहतर काम जारी रखें। रितेश देशमुख की ‘एक विलन’ को तीन पुरस्कार मिले।
रितेश को इस फिल्म में एक खूंखार सीरियल किलर की भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार मिला। मोहित सूरी के निर्देशन में बनी इस थ्रिलर फिल्म में सर्वश्रेष्ठ पाश्र्वगायन (पुरूष) के लिए अंकित तिवारी (गलियां) को पुरस्कार मिला। इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ गीत के लिए भी पुरस्कार इसी फिल्म को मिला।
पत्नी जिनेलिया के साथ आए रितेश के लिए यह एक बड़ी रात थी । उन्हें आईफा में एक नए वर्ग के अंतर्गत भी पुरस्कृत किया गया था। यह पुरस्कार ‘क्षेत्रीय फिल्म में उत्कृष्ट योगदान’ के लिए था। इस दंपति की होम प्रोडक्शन मराठी फिल्म ‘लाई भारी’ को यह पुरस्कार मिला।
रितेश ने कहा, मैं अपनी इन जीतों को हाल में जन्मे अपने बेटे के नाम करता हूं। पिछला साल मेरे लिए बहुत अच्छा रहा है क्योंकि मैंने पहली बार एक खलनायक की भूमिका निभाई। मैं भाग्यशाली हूं कि ‘लाई भारी’ और ‘एक विलन’ में एक नायक और खलनायक के रूप में मेरी भूमिकाएं पसंद की गईं।
आलिया भट्ट और अर्जुन कपूर की ‘2 स्टेट्स’ को नामांकन तो नौ वर्गों में मिले थे लेकिन इस फिल्म के खाते में सिर्फ एक ही पुरस्कार आया, जो कि सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन के लिए था। ‘हीरोपंती’ के स्टार टाइगर श्रॉफ और कीर्ति सेनन को सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता और अभिनेत्री का पुरस्कार मिला। वहीं सर्वश्रेष्ठ नवोदित निर्देशक का पुरस्कार ओमंग कुमार को ‘मैरी कॉम’ के लिए और साजिद नाडियाडवाला को ‘किक’ के लिए मिला।