जिंद(हरियाणा)। हार्दिक पटेल की दिल्ली की लाइफलाइन बंद करने की चेतावनी को प्रभाव जाट आरक्षण के पैरोकारों पर भी होता दिख रहा है।
जिंद के नरवाना में हुई बैठक में जाटों के आरक्षण की मांग को लेकर हुई बैठक में दिल्ली के घेराव से पूर्व बहादुर गढ़ में एक चेतावनी रैली निकालने का निर्णय किया है। इसमें गुजरात के पाटीदार आंदोलन के प्रणेता हार्दिक पटेल को भी बुलवाने पर विचार कियगा गया है। बैठक में पटेल और जाटों ने इकट्ठे होकर आरक्षण की लड़ाई लडऩे का विचार किया गया।
जाटों ने आरक्षण की मांग को लेकर 28 सितम्बर को दिल्ली घेराव का निर्णय किया है, इससे पहले जाट सरकार को अपनी ताकत का अहसास करवाना चाहते हैं। इसी के चलते जाटों ने दिल्ली के निकट बहादुर गढ़ मे एक बड़ी चेतावनी रैली करने का निर्णय किया है। यहां जाट आरक्षण को लेकर जाट सरकार को आखिरी चेतावनी देंगे इसके बाद रैली की रणनीति की घोषणा की जाएगी। इसके बाद यह तय हो पाएगा की 28 सितम्बर को जाट आरक्षण की मांग को लेकर जाट दिल्ली को घेरेंगे या रेल रोकेंगे। रैली में जाट सेना के कार्य का भी खुलासा किया जायेगा जाट नेताओं के अनुसार बीजेपी बिना जज्बात की पार्टी है। इससे पहले 13 सितमबर को जाट शहीदी दिवस भी मना रहे है और उस दिन जींद के दनौदा में 5200 युवाओ को जाट सेना में भर्ती किया जायेगा