लखनऊ। पाटीदार आंदोलन से प्रसिद्ध हुए युवा नेता हार्दिक पटेल गुरूवार को राजधानी स्थित निरालानगर के रामधीन उत्सव लान में जमकर बरसे और कहा कि भाजपा का विरोध नहीं है पर मोदी का विरोध रहेगा।
गुजरात में जब 13 जवान युवकों की प्रदर्शनों में मौत हो गई थी तब पुलिस ने घरों में घुसकर पटेलों को पीटा था। उन्होंने कहा कि मैं किसी भी पार्टी का विरोधी नहीं हूं। नीतियों से मतभेद हो सकता है।
किसानों के मुद्दों पर बुलाई गई पंचायत में हार्दिक ने मंडल कमीशन का जिक्र भी किया। उन्होंने सिफारिशों को भी लागू करने की मांग रखी और कहा कि कुर्मी, जाट और गुर्जर एक ही वंशज की संताने हैं। आज भी उन्हें जरूरी हक नहीं मिला है।
पटेल ने कहा कि टांग खिंचाई के बजाय इन जातियों को एक साथ आना चाहिए। हृदय परिवर्तन के साथ सत्ता बदेलगी। ताकत मिलेगी तो दबंगई भी चलेगी। उन्होंने कहा कि वह तन, मन, गन और धन से बिरादरी के साथ हैं।
14 फीसदी वोट की बात करते हुए कहा कि हम जुटेंगे तो सबकुछ संभव हो जाएगा। मुसलमानों को भी खुद से जुड़ने की बात भी मंच से रखी। पाटीदार नेता ने कहा कि नोटबंदी से कुछ होने वाला नहीं है। हर आदमी और दल भ्रष्टाचार का विरोधी है।
2000 की नोट ले आकर मोदी ने क्या किया है। भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का तरीका बदल दिया है। नोटबंदी से गांव का गरीब किसान परेशान हैं। यह यूपी और चार राज्यों को देखते हुए नई सर्जिकल स्ट्राइक हो सकती है।
गरीबों के साथ छलावा है कमियों को छिपाने का नया हथकंडा है। राष्ट्रप्रेम के नाम पर बरगलाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि मोदी का मॉडल गुजरात को कर्जदार बना रहा है। आने वाले दिनो में देश भी कर्जदार बनेगा।
टीवी वाले दिखाते हैं कि गुजरात के गांवों में 24 घंटे बिजली आती है, लेकिन मेरे चाचा रात में तीन बजे खेत में जाते हैं, क्योंकि दिन में बिजली आती ही नहीं।
पंचायत में राष्ट्रीय महासचिव अखिलेश कटियार, जदयू की प्रदेश उपाध्यक्ष गीता कटियार, भाजपा के स्थानीय पार्षद सूरज वर्मा समेत अन्य नेता मौजूद रहे।