गांधीनगर। गुजरात में चुनाव मौसम के बीच नौजवान नेता हार्दिक पटेल की सीडी वायरल हुई है, इस सीडी में कथित तौर पर हार्दिक पटेल एक कमरे में एक महिला के साथ दिख रहे हैं। हार्दिक पटेल का ये सीडी कांड तब आया है, जब हार्दिक पटेल अपनी टीम के साथ ये फैसला करने के लिए बैठने वाले हैं कि कांग्रेस के साथ चुनाव में क्या संबंध रखने हैं।
हार्दिक ने सीडी जारी होने के बाद कहा है कि ये बीजेपी की गंदी राजनीति है। बीजेपी उन्हे बदनाम करने के लिए सीडी की गंदी राजनीति कर रही है।
हार्दिक ने कहा ये जो वीडियो मैंने देखा है, इन लोगों ने यू ट्यूब वगैरह पर वायरल किया है। जहां तक मैंने पहले भी कहा था इन लोगों का प्योर मास्टर प्लान गंदी राजनीति, बैड राजनीति की ओर चलता जा रहा है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि संजय जोशी की सेक्स सीडी बनाना आप भी समझ सकते हैं कि जिस टाइम संजय जोशी कद्दावर नेता बन रहे थे, तभी ये सीडी बनाने का प्रयास इन लोगों ने किया था। 2017 में भी कुछ अच्छा माहौल हो रहा है तो इन लोगों ने सीडी बनाने का प्रयास किया है।
हार्दिक ने कहा कि ये सब चलता रहेगा, लड़ाई जारी रहेगी, मजबूती से जारी रहेगी, जिसको जो करना है कर ले। जिसको जो उखाड़ना है उखाड़ ले, छाती ठोक कर बीजेपी के सामने लड़ेंगे।
ज्ञातव्य है कि ये वीडियो अश्विन साकड़सरिया ने जारी किया है। सीडी जारी करने के बाद उन्होंने कहा कि मुझे बैंकॉक में वीडियो बनाने की जानकारी मिली थी। मेरे पास सिर्फ हार्दिक की ही नहीं बल्कि उनके कई साथियों की सीडी है। मेरी हार्दिक से विनती है कि वह सीडी के बारे में सफाई दें।
इस मामले पर कांग्रेस समर्थक नेता तहसीन पूनावाला ने कहा है कि जो शख्स सीडी में दिख रहा है जरुरी नहीं है कि वह व्यक्ति हार्दिक पटेल ही है। अगर मान भी लिया जाए कि वह हार्दिक है तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। उन्होंने कहा है कि हार्दिक सिंगल हैं, उनकी अभी शादी नहीं हुई है। यह उनका निजी मामला है। हार्दिक अपने बैडरुम में किसके साथ रहते हैं? क्या करते हैं? यह सब निजी बातें हैं। उन्होंने कहा है कि वीडियो में दिख रही महिला उनकी बहन, भाभी या गर्लफ्रैंड भी तो हो सकती है।
कौन है हार्दिक पटेल
हार्दिक पटेल गुजरात में पटीदार आंदोलन के युवा नेता हैं तथा पटीदार समुदाय ओबीसी श्रेणी के तहत सरकारी नौकरी और शिक्षा में आरक्षण चाहते हैं। हार्दिक का जन्म 20 जुलाई 1993 में चन्दन नगरी गुजरात में हुआ था। हार्दिक साल 2011 में सरदार पटेल समूह से जुड़े थे। इसके बाद हार्दिक ने साल 2015 में पाटीदार अनामत आंदोलन समिति का निर्माण किया था, जिसका लक्ष्य अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल होना था।
गुजरात में पटेलों की आबादी करीब 15% है। राज्य की करीब 80 सीटों पर पटेल समुदाय का प्रभाव है। पटेल बीजेपी के मुख्य वोट बैंक माने जाते रहे हैं। बीजेपी के 182 में से 44 विधायक पटेल जाति से आते हैं, लेकिन वर्तमान समय में पाटीदार बीजेपी से नाराज चल रहे हैं।
गुजरात में कड़वा, लेउवा और आंजना तीन तरह के पटेल हैं। आंजना पटेल ओबीसी में आते हैं। इसके अलावा कड़वा और लेउवा पटेल ओबीसी आरक्षण की मांग कर रहे हैं।