वाशिंगटन। अमरीकी डॉलर पर पहली बार किसी महिला की फोटो लगने जा रही है। यह फोटो दास प्रथा का विरोध करने वाली महिला हैरिएट टबमेन की होगी।
अमरीका के वित्त मंत्री जैकब ल्यू ने बुधवार को बताया कि बीस डॉलर के नोट पर दासप्रथा विरोधी महिला हेरिएट टबमेन की तस्वीर लगाए जाने की योजना है। ल्यू एक टेलीकांफ्रेंस में कहा कि मैं यह घोषणा करते हुए बहुत उत्साहित महसूस कर रहा हूं कि एक सदी से अधिक समय के बाद पहली बार हमारी मुद्रा पर एक महिला की तस्वीर अंकित होगी।
ल्यू ने बताया कि नवीन डिजाइन युक्त बीस डॉलर के इस नोट पर व्हाइट हाउस के साथ ही राष्ट्रपति एंड्रयू जैक्सन की छवि भी रहेगी। पिछले साल जून में वित्त विभाग ने अपनी एक आरंभिक योजना की जानकारी दी थी, जिसके तहत 10 डॉलर के नोट पर ऐलेक्जैंडर हैमिल्टन के स्थान पर किसी ऐतिहासिक महिला शख्सियत की तस्वीर लगाई जानी थी।
लेकिन, इस योजना की पूरे देश में जमकर आलोचना हुई थी। हैमिल्टन संयुक्त राज्य अमेरिका के पहले वित्त मंत्री थे। वह महान अर्थशास्त्री और देश की आर्थिक प्रणाली के वास्तुकार माने जाते हैं। इसलिए लोगों ने इस योजना को खारिज कर दिया था।
ल्यू ने बुधवार को कहा कि 10 डॉलर के नोट के पहले हिस्से पर ऐलेक्जैंडर की तस्वीर कायम रहेगी, लेकिन 10 डॉलर के नोट की पृष्ठभूमि में महिलाओं के मताधिकार आंदोलनों के नायकों की कहानी होगी।
इस नए नोट में ऐतिहासिक मार्च और महिलाओं को मतदान का अधिकार दिलाने वाले आंदोलनों में शामिल लुक्रेशीया मॉट, जोरनर ट्रुथ, सुसान बी एंथोनी, एलिजाबेथ केडी स्टैंटन और ऐलिस पॉल सहित कई शख्सियतों की तस्वीरें शामिल हो सकती हैं।
कौन हैं हैरिएट टबमेन
हैरिएट टबमेन अमेरिकी सिविल वार के दौरान अमेरिकी सेना में आर्म्ड स्काउट थीं। उनका जन्म 1822 में डोरशेस्टर काउंटी, मेरीलैंड के एक गुलाम परिवार में हुआ था। एक बच्ची के रूप में टबमेन ने अपने मालिकों की भयानक प्रताड़ना सही। किसी तरह वे अपने मालिक के चंगुल से भागने में सफल हो गईं और अमेरिकी सेना में भर्ती में हो गईं।
बाद में टबमेन ने अपने विशेष छापामार अंदाज में करीब 70 गुलाम परिवारों को उनके मालिकों के चंगुल से मुक्ति दिलाई। अमेरिका में 1850 में दासता विरोधी कानून बन जाने के बाद उन्होंने गुलामी से मुक्त हुए परिवारों के पुनर्वास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निबाही। उनकी मृत्यु 10 मार्च, 1913 को न्यूमोनिया से हुई।