चंडीगढ़। हरियाणा के गांव लोहानी से एक युवती का अपहरण करके हिसार के एक होटल में उसके साथ दुष्कर्म किए जाने के आरोप में तीन दिन पहले गिरफ्तार किए गए आरोपी की बृहस्पतिवार सुबह भिवानी जिला जेल में मौत हो गई।
मृतक के परिजनों ने घटना को लेकर सामान्य अस्पताल में हंगामा किया। परिजनों का आरोप था कि जुई पुलिस चौकी इंचार्ज द्वारा उसे दो दिन तक अवैध हिरासत में रखकर पिटाई की गई जिसके कारण उसकी मौत हो गई।
गांव लोहानी निवासी एक युवती का 9 सितम्बर को गांव से ही अपहरण कर लिया गया था। युवती के परिजनों के बयान पर सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया था। युवती ने आरोप लगाया था कि हिसार के 12 क्वार्टर निवासी बजरंग व गांव जुगलान निवासी अशोक ने उसका अपहरण किया।
पहले हांसी रखकर उसके साथ दुष्कर्म किया और उसके बाद उसे हिसार ले जाकर 12 क्वार्टर निवासी नरेंंद्र को सौंप दिया। नरेंद्र ने भी एक होटल में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
इस मामले में जुई चौकी पुलिस ने 18 सितम्बर को मुख्य आरोपी बजरंग व उसके साथी गांव जुगलान निवासी अशोक को गिरफ्तार किया। इन दोनों की ही निशानदेही पर 19 सितंबर को उनके साथी नरेंद्र को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर भिवानी जेल भेज दिया। तीन दिन पहले ही जेल भेजे गए आरोपी नरेंद्र की बृहस्पतिवार को जेल में संदिग्ध हालात में मौत हो गई। डिप्टी जेल अधीक्षक अमित अत्री की मौजूदगी में शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल लाया गया।
मृतक के परिजनों ने बताया कि नरेंद्र को दो बच्चे हैं। एक पांच साल का लड़का व डेढ़ साल की लड़की है। मृतक के परिजन दीपक, मौसा रमेश व दोस्त सुनील ने पुलिस पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि जुई चौकी इंचार्ज द्वारा नरेंद्र को झूठे मामले में फंसाया गया।
उसे 16 सितम्बर को पुलिस उठाकर लाई। दो दिन तक अवैध हिरासत में रखकर उसे बेरहमी से पीटा गया। दीपक ने कहा कि नरेंद्र की गर्दन व पैर पर नीले निशान हैं, जिससे साफ है कि उसे पीटा गया।