चंडीगढ़। हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा को लंदन की इंडो यूरोपियन बिजिनेस फोरम ने शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय कार्य के लिए आईईबीएफ एक्सीलेंस अवार्ड-2016 से सम्मानित किया है।
यह अवार्ड समारोह गुरूवार को लंदन के दा लॉर्डस क्रिकेट ग्राउंड में हुआ। समारोह से पूर्व इंडिया और ब्रिटेन के टॉप बिजनेस मैन के बीच एक क्रिकेट मैच भी हुआ। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कपिलदेव ने इस अवसर पर भारतीय टीम की ओर से हिस्सा लिया।
इंडो यूरोपियन बिजिनेस फोरम द्वारा च्मेक इन इंडियाज ग्लोबल बिजनेस मीट का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर अपने संबोधन में शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने प्रवासी भारतीयों को हरियाणा में अपना उद्योग लगाने का न्योता देते हुए कहा कि उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में हरियाणा सरकार की पिछले दो साल की कई उपलब्धियां रही हैं।
उन्होंने बताया कि इसी साल मार्च में गुड़गांव में हुए हैपनिंग हरियाणा ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में एक साथ 5.84 लाख करोड़ रुपए की निवेश क्षमता वाले 359 समझौते हुए थे। यही नहीं 15 अक्टूबर तक वर्तमान हरियाणा सरकार द्वारा अब तक 6.49 लाख करोड़ रुपए की निवेश क्षमता के साथ 406 समझौते किए जा चुके हैं।
हरियाणा में पिछले दो साल के कार्यकाल में कुल 265 बड़े व मध्यम स्तर के उद्योग लगाए गए हैं जिनके माध्यम से प्रदेश में 7960 करोड़ रूपए का निवेश हुआ है तथा इनमें 40944 लोगों को रोजगार मिला है। इसके अलावा 8003 सूक्ष्म व छोटे उद्योगों ने 8611 करोड़ का पूंजी निवेश वर्तमान सरकार के कार्यकाल में किया है और इससे 1,18,759 लोगों को रोजगार मिला है।
इस प्रकार से वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अब तक कुल 16571 करोड़ का पूंजी निवेश हुआ है, जिससे 8268 उद्योग स्थापित किए गए हैं और 1,59703 लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है। शर्मा ने बताया कि हरियाणा में उद्योग के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे हैं।
हरियाणा ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट के बाद इतने बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित करने वाला हरियाणा उत्तरी भारत का पहला राज्य बन गया है। हरियाणा राज्य उद्योगपतियों की पहली पसंद बन कर उभरा है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के मेक इन इंडिया अभियान में हरियाणा की अहम भागीदारी रहेगी, इसमें हरियाणा सरकार ने मेक इन हरियाणाज कार्यक्रम भी चलाया है।
राज्य में व्यापार करने या उद्योग लगाने के लिए ऐसी पॉलिसी बनाई गई है जिससे निवेशकों को ज्यादा औपचारिकताएं पूरी नहीं करना होती। यहां पहले की अपेक्षा बिजनेस करना बहुत आसान हो गया है।