मुंबई। भारत के मोस्ट वॉन्टेड क्रिमिनल दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर की जिंदगी पर बनी फिल्म ‘हसीना’ को लेकर खबर है कि ये फिल्म तैयार होने के बाद सबसे पहले हसीना के परिवार को दिखाई जाएगी।
खबर के मुताबिक परिवार से क्लीयर होने के बाद ही फिल्म को सेंसर बोर्ड के लिए भेजा जाएगा। अपूर्वा लखिया के निर्देशन में बनी इस फिल्म में हसीना का किरदार श्रद्धा कपूर ने निभाया है।
एक तरफ दाऊद की बहन की जिंदगी पर बनी फिल्म है, तो दूसरी ओर, मुंबई के ही गैंगस्टर और राजनीति में आए अरुण गवली की जिंदगी पर बनी अर्जुन रामपाल की फिल्म डैडी के लिए कहा जाता है कि ये फिल्म भी इसी वजह से अटकी पड़ी है, क्योंकि अरुण गवली के परिवार की ओर से इस फिल्म को हरी झंडी अभी तक नहीं मिली है।
सूत्रों के अनुसार इस वजह से फिल्म की रिलीज डेट भी तय नहीं हो पा रही है। अर्जुन रामपाल कुछ दिनों पहले तक अपनी इस फिल्म को लेकर खासे जोश में नजर आते थे और इसका ट्रेलर तक रिलीज कर चुके थे। अब इस फिल्म को लेकर उनके पास खामोशी के अलावा कुछ नहीं बचा है।
यहां तक कहा जाता है कि इस फिल्म को क्लीयर कराने के लिए अर्जुन रामपाल दिल्ली जाकर भाजपा के नेताओं से भी मिले, जहां से उनके पार्टी में शामिल होने की खबर भी आई थी।
एकता कपूर की कंपनी ने जब मिलन लथूरिया के निर्देशन में अजय देवगन और इमरान हाश्मी को लेकर वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई बनाई थी, तो ये फिल्म हाजी मस्तान की जिंदगी पर थी और हाजी मस्तान के परिवार की ओर से भी इस पर एतराज किया गया था। हाल ही में रिलीज हुई शाहरुख खान की रईस को भी इसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा था।
रईस की टीम ने इस फिल्म को काल्पनिक कहानी का टैग देकर जान बचाने की कोशिश जरुर की, लेकिन हर कोई जानता है कि ये फिल्म गुजरात के शराब माफिया अब्दुल लतीफ की जिंदगी पर थी और उनके परिवार ने भी रिलीज से पहले इस फिल्म को देखने के लिए काफी हाथ-पैर चलाए थे, लेकिन शाहरुख इसके लिए नहीं माने।
गुजरात की ही एक और कथित माफिया सरगना संतोक बेन की जिंदगी पर जब शबाना आजमी को लेकर गॉड मदर बनी थी, तो संतोक बेन की ओर से भी इसी तरह का फरमान सुनाया गया था कि उनकी परमीशन के बिना कोई फिल्म रिलीज नहीं होने दी जाएगी और ऐसा ही हुआ। उनको फिल्म दिखाई गई। उनके आदेश पर कुछ सीन हटाए गए और फिर फिल्म को रिलीज किया गया था।