मुंबई। एचडीएफसी लाइफ और मैक्स लाइफ के विलय को दोनों कम्पनियों के बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के बाद देश की निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कम्पनी बनने का रास्ता साफ हो गया है।
इस विलय के बाद एचडीएफसी लाइफ एनएसई और बीएसई पर लिस्ट होगा और एचडीएफसी लाइफ के 1 शेयर के बदले मैक्स के 2.33 शेयर मिलेंगे। मर्जर के बाद मैक्स का इंश्योरेंस कारोबार एचडीएफसी लाइफ में ट्रांसफर होगा।
इस डील के तहत मैक्स प्रोमोटर को 850 करोड़ रुपए दिए जाएंगे जिसमें से प्रोमोटर को 501 करोड़ रुपए शुरूआत में दिए जाएंगे और बकाया रकम 3 साल में 3 किश्तों में दी जाएगी।
मर्जर के बाद बनने वाली कम्पनी में एचडीएफसी लाइफ की 69 फीसदी हिस्सेदारी होगी और 31 फीसदी हिस्सेदारी मैक्स फाइनैंशियल के पास होगी। एचडीएफसी लाइफ में एचडीएफसी का हिस्सा 42.5 फीसदी होगा।
एचडीएफसी.लाइफ 7 साल तक मैक्स ब्रांड का इस्तेमाल कर सकती है। इस नई कम्पनी का मार्केट शेयर 10.8 फीसदी होगा। कम्पनी इस मर्जर को सेबी की मंजूरी के लिए अगले 2 हफ्ते में अर्जी देंगे। नई कम्पनी में 23600 से ज्यादा कर्मचारी होंगे।
एचडीएफसी लाइफ और मैक्स लाइफ के मर्जर के ऐलान के बाद एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने कहा कि वे इंश्योरेंस सैक्टर को लेकर काफी बुलिश हैं। भारत में इस सैक्टर में अभी काफी ग्रोथ की संभावनाएं हैं।