नई दिल्ली। दिल्ली में पानी के टैंकर घोटाले को लेकर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। उप राज्यपाल द्वारा गुरुवार को इस मामले की जांच की फाइलों को आगे बढ़ाने के बाद से दिल्ली का राजनीतिक तापमान और बढ़ गया है।
उप राज्यपाल का आदेश मिलते ही एंटी करप्शन ब्रांच (एसीबी) भी एक्टिव मोड में आ गया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। एंटी करप्शन ब्रांच के प्रमुख एमके मीणा का कहना है कि अगर साक्ष्य मिलते हैं तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
शुक्रवार को एसीबी प्रमुख ने कहा कि भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने जो शिकायत दी है,उस पर जांच शुरू कर दी गई है। अगर सबूत सामने आते हैं तो मुख्यमंत्री के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी तो पूछताछ भी की जाएगी।
गौरतलब है कि वाटर टैंकर घोटाला मामले में एंटी करप्शन ब्रांच ने भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता की शिकायत पर जांच शुरू की है। विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली सरकार पर 11 महीने तक फाइल को दबाकर रखने और इस दौरान कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है।
एसीबी प्रमुख के अनुसार महकमे को दो अलग-अलग शिकायतें मिली हैं। इनमें पहली शिकायत दिल्ली सरकार की वाटर टैंकर घोटाले पर रिपोर्ट को लेकर है। इसमें अनियमितता और 400 करोड़ रुपए के घाटे का जिक्र है। हम इस ओर जांच कर रहे हैं।
जबकि दूसरी शिकायत विजेंद्र गुप्ता ने की है। इसमें दिल्ली सरकार पर आरोप है कि रिपोर्ट के बावजूद घोटाला मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई।
एसीबी प्रमुख ने बताया कि भाजपा नेता की शिकायत में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का भी नाम है। उन्होंने कहा कि दोनों ही शिकायतों पर जांच शुरू कर दी गई है, जिस किसी से पूछताछ की जरूरत पड़ेगी, हम करेंगे। कानून अपना काम निष्पक्ष रूप से करेगा।