कालमुखी/खंडवा। ग्राम में सोमवार सुबह लगभग दस बजे कावेरी नदी के रपटे से गुजर रहे लोगों में उस समय हडकंप मच गया तब नदी में अचानक बाढ़ गई।
पलक झपकते ही कावेरी रपट से चार फिट उपर तेजी से बहने लगी। जिसके चलते अमोदा, मातपुर पिपलिया जिलवानिया के कुछ राहगीर वहां से स्कूल वाहनों से आने वाले नन्हे एवं वाहन उस पार फंस गए तो यही हाल ईधर से जाने वाले खेत मालिको का था।
ग्राम के पूर्वी छोर से गुजर रही कावेरी में इस तरह अचानक आई बाढ से दोनों ओर फंसे लोगों को देखने काफी संख्या में ग्रामीण कावेरी तट पर जमा हो गए। हालांकि डेढ घंटे में ही रपट से पानी उतर भी गया और आवागमन शुरू हो गया। परंतु तब तक स्कूली बच्चों से भरे वाहन चालकों ने अपने वाहन वापस विद्यार्थियों के घरों की ओर मोड दिए और घर आना मुनासिब समझा।
बाढ़ में एक दम मिट्टी से सना काला लाल पानी कचरा व काफी संख्या मे लकड़ी व बडे बडे वृक्ष देखे गए। इसी बीच उस पार वाले मकान मालिका का स्वान बाढ़ में फंस गया और उस पार जाने के चक्कर मे नदी में जैसे ही उतरा तेज धार में बहने लगा। परंतु उसका गुरू बलवान होने के कारण वह छटपटाते हुए इसी ओर निकलकर भाग खड़ा हुआ।
मछली पकडऩे दौड़ पड़े…
रपटे पर पानी की खबर लगते ही मछली पकडक़र खाने वाले लोगों की भीड़ लग गई। काफी संख्या में यह लोग अपनी अपनी चाल लेकर रपटे पर इकट्ठे हो गए। इनमे बच्चे, युवा एवं वृद्ध थे। जानकार लोगों का कहना था कि मटमेले पानी होने के कारण मछली की आंखे खराब हो जाती है जिससे वे न केवल जाल में जल्दी फंसती है अपितु हाथ से भी सरलता से पकड़ा जाता है।