उज्जैन। उज्जैन शहर और अंचलों में हुई झमाझम बारिश के चलते शिप्रा नदी उफान पर आ गई है। बडऩगर का छोटा पुल डुब गया है वहीं शहरभर में जल जमाव के हालात हो गए हैं। जल जमाव का मुख्य कारण नाले-नालियों में फंसा मलबा है।
शहर में शनिवार शाम 5 से रविवार शाम तक कुल 3 इंच बारिश दर्ज की गई। बारिश का क्रम जारी है। बीती रात प्रकाश टॉकिज की गली में एक पुराना मकान ढह गया था। वहीं तेज बारिश के चलते पांच स्थानों पर पैर गिर पड़े। कोई जनहानि नहीं हुई।
दो दिनों की बारिश में पूरा शहर तरबतर हो गया है। शहर के विभिन्न हिस्सों में, कालोनियों में जल जमाव के हालात हैं। निचली बस्तियों में पानी पहुंचने से नगर निगम और प्रशासन सतर्क हो गया है। हालांकि देर शाम तक बस्तियों को खाली कराने जैसी स्थिति नहीं थी।
एहतियात के तौर पर निचली बस्तियों के क्षेत्रों की धर्मशालाओं तथा शासकीय स्कूलों को सजग कर दिया गया है। शहर में हालात काबू में है। वहीं बारिश का दौर अनवरत जारी है। सोमवार को भी झमाझम बारिश के संकेत हैं।
जीवाजी वेधशाला से प्राप्त जानकारी के अनुसार वायु दाब कम होने से अभी लगातार बारिश होने के संकेत हैं। मौसम प्रेक्षक दीपक गुप्ता ने बताया कि कम से कम दो दिन और ऐसे ही हालात बने रहेंगे।
उन्होंने बताया कि शनिवार शाम 5 बजे से रविवार शाम 5 बजे तक शहर में 24 घण्टे में कुल 72 मिमी बारिश दर्ज की गई। शहर में अभी तक 292.5 मिमी वर्षा हो चुकी है। गत वर्ष इस अवधि में 262 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। इस हिसाब से शहर में बारिश का औसत गत वर्ष से अधिक हो गया है।
शिप्रा में चैंबर फूटे, नदी में मिला गंदा पानी
तेज बारिश के चलते नाले उफान पर है। यही कारण रहा कि शिप्रा नदी के रामघाट क्षेत्र में स्थित नालों के चैंबर्स रविवार सुबह फूट पड़े। इस कारण शहरभर की गंदगी शिप्रा नदी में जा मिली। ज्ञात रहे इन चैंबर्स को सिंहस्थ में चुन दिया गया था। पानी के दबाव से ये चैंबर्स फूट गए।
करंट से मौत
तेज बारिश के चलते ऋषिनगर पेट्रोल पंप के समीप स्थित चाय की गुमटी संचालक सुरेश की करंट लगने से मौत हो गई। माधवनगर पुलिस के अनुसार खुले तार होने से बिजली का करंट फैल गया था। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया है।
महापौर ने किया जल जमाव क्षेत्रों का दौरा
महापौर मीना जोनवाल ने एमआईसी सदस्यों के साथ शहर की निचली बस्तियों तथा जल जमाव वाले क्षेत्रों का भ्रमण कर अधिकारियों को जल निकासी के निर्देश दिए। एमआईसी सदस्य राधेश्याम वर्मा, दुर्गा चौधरी, गीता चौधरी, विनीता शर्मा, संतोष यादव, राजकमल ललावत, करूणा जैन, प्रमीला मीणा के साथ कंट्रोल रूम पहुंचकर प्राप्त शिकायतों का निरीक्षण किया।
कन्ट्रोल रूम प्रभारी राजेश तिवारी ने बताया कि अभी तक दस शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिसमें से पांच पेड़ गिरने तथा पांच जल भराव से संबंधित हैं। इन सभी शिकायतों के निराकरण हेतु कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। महापौर ने निर्देश दिए कि जैसे ही कोई शिकायत प्राप्त होती है तत्काल संबंधित अधिकारी को नोट करवाकर कुछ देर बाद वापस फीडबेक भी लें।
महापौर कृषि उपज मंडी के पीछे कमल कॉलोनी का निरीक्षण करने पहुंची जहां अतिक्रमण की वजह से जल भराव की स्थिति निर्मित पाई गई।
महापौर ने सहायक आयुक्त सुबोध जैन को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। महापौर ने बुधवारिया चौराहा, केडीगेट, ढाबारोड, अनंतपेठ, दानीगेट, छोटी-पुलिया, हरसिद्धि दरवाजा, बेगमबाग, एकता नगर, अलकापुरी कॉलोनी, जिनेन्द्र विहार कॉलोनी तथा पवांसा आदि क्षेत्रों का भ्रमण कर पानी निकासी की कार्यवाही करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।