देहरादून/नई दिल्ली। दो दिनों से लगातार बारिश से उत्तराखंड का हाल बुरा हो गया है। बारिश और जहां-तहां लैंडस्लाइड के कारण लोगों को जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
इस बीच, रविवार की सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। उत्तराखंड के चमोली में भूकंप के झटके आए जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.0 थी।
जानकारी के मुताबिक सुबह पांच बज कर 18 मिनट पर लोगों ने चमोली और आसपास के इलाकों में झटके महसूस किए। उत्तराखंड के वरुणावत पर्वत की चट्टानों में दरार की भी खबर है, जिसके कारण 10 हजार लोगों की आबादी पर खतरा मंडरा रहा है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में वरुणावत पहाड़ से रह-रह कर लैंडस्लाइड हो रही है जिसके कारण इसके निचले हिस्से में बसी लगभग 10 हजार लोगों की आबादी पर खतरा मंडरा रहा है। 15 जुलाई को पहली बार इस पहाड़ पर दरार देखी गई थी। वरुणावत पहाड़ पर लैंडस्लाइड रोकने के लिए 2003 में 17 सौ मीटर की ऊंचाई पर ट्रीटमेंट किया गया था, जिसके बाद अब उसकी सीढ़ियों में लंबी दरारें आ गई हैं। उत्तरकाशी प्रशासन ने वरुणावत पर्वत से गंगोत्री जाने वाली सड़क को बंद कर दिया है।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड में रविवार से तीन दिन तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। यहां के पहाड़ी इलाकों में तीर्थयात्रा पर आए श्रद्धालुओं को सतर्क रहने को कहा गया है। मौसम विभाग के निदेशक आनंद शर्मा ने बताया, ”रविवार से तीन दिन तक श्रीहेमकुंड साहिब, केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में भारी बारिश हो सकती है।” विभाग की चेतावनी के बाद उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिला प्रशासन ने भी सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है।
भारी बारिश के कारण उत्तराखंड के पिथौरागढ़-उत्तरकाशी, चमोली जैसे जिलों में कई स्थानों पर सड़कें बह गई हैं जिससे लोगों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। पिथौरागढ़ जिले में थल-मुनस्यारी समेत कई सड़कें बंद हैं। बता दें कि शुक्रवार शाम को हरड़िया, रातीगाड़ में थल-मुनस्यारी सड़क का बड़ा हिस्सा रामगंगा में समा गया था। उत्तरकाशी के मोरी में लोग सड़क बह जाने के कारण दोनों छोर पर रस्सी बांध कर आवाजाही कर रहे हैं।
रविवार को केदारनाथ की पैदल यात्रा तो फिर से शुरू हो गई है लेकिन हवाई सेवा प्रभावित हो गई है। सुबह आठ बजे गौरीकुंड से धाम के लिए करीब 50 श्रद्धालु रवाना हुए। धाम में कोहरा होने की वजह से हवाई सेवा को रोक दिया गया है। बदरीनाथ राजमार्ग सिरोहबगड़ में बंद है।
मौसम विभाग ने 19 से 23 जुलाई तक देश के कई हिस्सों में भारी बारिश के चेतावनी जारी की है। रविवार को मौसम विभाग की वेबसाइट पर जारी चेतावनी के मुताबिक, 19 जुलाई को वेस्ट मध्य प्रदेश, कर्नाटक और केरल के तटीय इलाकों में बारिश होगी। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, नागालैंड, झारखंड, मिजोरम, गुजरात, असम और मेघालय में भी पांच दिनों के भीतर भारी बारिश की संभावना है।