भोपाल। मध्यप्रदेश में विगत चार दिनों से झमाझम पानी बरस रहा है। इसके चलते यहां का जन-जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। गुरुवार से हो रही बारिश का सिलसिला शनिवार को भी निरंतर जारी है।
शनिवार को सुबह से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में जोरदार बारिश हो रही है, जिसके चलते प्रदेशभर में न केवल नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, बल्कि यहां बाढ़ के हालात बन गए हैं। अधिकांश पूल डूबे हुए हैं और रास्ते बंद हो गए हैं, जिसके चलते जगह-जगह जाम लगे हुए हैं।
बीते चार दिनों से हो रही झमाझम बारिश से आगर मालवा, उज्जैन, विदिशा, राजगढ़, होशंगाबाद, बड़वानी समेत कई इलाकों में नदियां उफान पर हैं। भोपाल में बीती रात से झमाझम बारिश का दौर चल रहा है, शनिवार को सुबह भी जोरदार बरसात हुई, जिसके चलते कई जगह जलभराव की स्थिति बन गई, सड़कों पर लबालब पानी भर गया। मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन दिन तक पूरे प्रदेश में अच्छी बारिश होगी। मौसम विज्ञानियों ने इस तरह की स्थिति 72 घंटों तक बनी रहने की संभावना जताई है।
उल्लेखनीय है कि राजधानी में गुरुवार को झमाझम बारिश का दौर शुरू हुआ, जो शनिवार को भी जारी है। यही स्थिति पूरे प्रदेश की है। इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, आगरमालवा, होशंगाबाद, राजगढ़, विदिशा, रायसेन आदि क्षेत्रों की नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिसके चलते पूल-पुलिया डूब चुके हैं और रास्ते जाम हैं।
राजगढ़ जिले में भारी बारिश की वजह से कुशलपुरा डेम के तीन गेट खोल दिए गए। इससे दूधी नदी में बाढ़ आ गई। दूधी नदी आगरा-मुंबई नेशनल हाइवे स्थित पुल से सात फीट ऊपर बह रही है, जिससे नेशनल हाइवे का ट्रैफिक एक बार फिर रुक गया है। पुल के दोनों और भारी वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं।
विदिशा में भी जोरदार बारिश के कारण बेतवा नदी उफान पर है। यहां बेतवा नदी के किनारे स्थित कई मंदिर आधे डूब चुके हैं। विदिशा-अशोकनगर का सड़क संपर्क टूट गया है। वहीं रायसेन में भी जोरदार बारिश हो रही है। बेतवा नदी के फगनेश्वर पुल के ऊपर से बह रही है, इस कारण देवास-कानपुर नेशनल हाइवे 146 बंद हो गया है। कौड़ी नदी भी उफान पर है। इससे रायसेन का सड़क संपर्क विदिशा, सांची से टूट चुका है। बरेली के पास घोघरा नदी भी पुल से ऊपर बह रही है, इससे कई इलाकों का सड़क संपर्क बरेली से टूट चुका है। राजधानी से होशंगाबाद जाने वाली सड़क पर पुल टूटने के कारण पिछले कई दिनों सड़क जाम है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. अनुपम कश्यपि ने बताया कि मध्यप्रदेश और उससे लगे हुए राज्यों पर बने ऊपरी हवा के चक्रवातों के कारण मानसून राजधानी सहित पूरे प्रदेश पर जबरदस्त मेहरबान बना हुआ है। मौजूदा सिस्टम को देखते हुए बौछारें पड़ने का सिलसिला 3-4 दिन तक बने रहने की पूरी संभावना है।
इस दौरान झमाझम बरसात होगी। इस सिस्टम के कारण प्रदेश तरबतर हो रहा है। राजधानी भोपाल में रात भर में करीब 6 सेमी बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा इंदौर में भी ढाई सेमी बारिश हुई है। खजुराहो में भी डेढ़ सेमी बारिश हुई। मौसम विभाग ने होशंगाबाद, उज्जैन, इंदौर, धार और भोपाल जिले में कहीं-कहीं अगले 48 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।