चंडीगढ़। पंजाब में अब फिदायीन हमले का खतरा बढ़ गया है। पाकिस्तान के ट्रेनिंग कैंपों में 200 आतंकवादी तैयार हो चुके हैं, जो आर्म्ड फोर्स को निशाना बना सकते हैं।
मुंबई बम ब्लास्ट के अब्दुल करीम टुंडा ने गिरफ्तार के बाद लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद की कई नापाक योजनाओं का खुलासा कर दिया था। उसने बताया था कि करीब 70 फिदायीन आतंकी तैयार खड़े हैं जो शकरगढ़ के रास्ते से भारत में घुसपैठ कर सकते हैं। इनके नए गुट का नाम स्नेक इन फिदायीन रखा गया है।
आठ मई 2015 को पंजाब बार्डर से कुछ दूरी पर ही मीनाहेर सेक्टर से आतंकवादियों ने घुसपैठ की थी। उनके पास जीपीएस सिस्टम के अलावा एके-47 और ग्रेनेड बरामद हुए थे। फिर भी पंजाब सरकार और पुलिस सक्रिय नहीं हुई और 27 जुलाई को दीनानगर में आतंकी हमला हो गया जिसमें एसपी बलजीत सिंह शहीद हो गए थे।
पंजाब में हमले को लेकर आईबी की तरफ से लगातार इनपुट दिए जाते रहे हैं। पिछले साल सात अप्रैल को केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने हाई अलर्ट किया था कि आपरेशनल कैंपों में जेहादी आतंकवादी तैयार हो चुके हैं। उनको छोटे छोटे ग्रुपों में पंजाब में भेजे जाने की तैयारी की जा रही है।
इसी रिपोर्ट में जिक्र था कि 30 जेहादियों का जत्था पुंछ के पास कैंप में बैठा है जबकि 10 आतंकवादी नंगी पोस्ट और 6 आतंकी निकट ही एक गांव में बैठे घुसपैठ का इंतजार कर रहे हैं।
2 जनवरी को पठानकोट में एयरफोर्स स्टेशन पर हमला इसी कड़ी का एक हिस्सा माना जा रहा है। एजेंसियों की सूचना के मुताबिक 15 फिदायीन आतंकी बार्डर क्रास कर चुके हैं और तीन ग्रुपों में बंट गए हैं।