जालोर। जालोर के सांचोर, में बाढ के हालात अब भी बने हुए हैं। दर्जनों गांव अब भी पानी में डूबे हुए हैं। जिले में बुधवार को गुजरात में हुई बारिष ने हालातों को और विकट बना दिया।
वहां हुई बारिष से नर्मदा मुख्य नहर में जल स्तर बढ गया, जिससे यह तीन स्थानों से टूट गई। इसका पानी भी खेतों व गांवों में भरा। वैसे प्रषासन का कहना है कि इसका पानी रिहायषी बस्तियों में जाने की बजाय पहले ही मुडकर लूणी नदी में चला जाता है। पांचना बांध के फूटने से वैसे भी यहां के दर्जनों गांवों में पानी भरा हुआ है।
इधर, जिला कलक्टर, जितेन्द्र सोनी, पुलिस अधीक्षक ष्वेता धनखड, के साथ ही सांसद देवजी पटेल, विधायक अमृता मेघवाल, नारायणसिंह देवल आदि जनप्रतिनिधि बाढग्रस्त इलाकों में घूमकर लोगो को जागरूक कर रहे हैं और राहत व बचाव कार्य में लोगों का सहयोग कर रहे हैं। प्रषासन ने अब तक ढाई सौ लोगों को बाढग्रस्त इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
जलोर में राहत और बचाव कार्य अब भी जारी है। वहीं कई गांव ऐसे भी हैं, जहां पर हैलीकाॅप्टर के अभाव में प्रषासन अब भी नही पहुंच पाया है, जिससे लोगों को वहां से निकाला नहीं जा सका है। इन गांवों में खाने पीने की दिक्कत भी लोगों को हो रही है। कई रास्ते टूटने से लोगों को आने जाने में भी समस्या हो रही है। इधर, पथमेडा गोषाला मे ंपानी भरने से गायों के बाडो में भी पानी आ गया है। बाढ से आवष्यक सेवाएं और ज्यादा प्रभावित हुई हैं। सब्जी, दूध आदि लोगो ंनहीं मिल पा रहा है। वहीं कई दिनों से बाढ प्रभावित इलाकों में बिजली भी नहीं आ रही है। इस कारण लोगों को काफी समस्या हो रही है।