जयपुर। गुर्जर आंदोलन को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट ने सख्त रूख अख्तियार कर रखा है।
गुरुवार को राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और रेलवे के डीआरएम कोर्ट में पेश हुए। इन अधिकारियों ने अब तक सरकार की ओर से की गई कानूनी कार्रवाई की पूरी जानकारी अदालत में पेश की।
हाईकोर्ट ने गुरुवार को सरकार के आला अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि सचिवालय के बंद कमरों में समीक्षा करने से कुछ नहीं होगा। लोगों को राहत कैसे मिले यह देखो।
अधिकारियों ने कोर्ट को बताया कि मामले में उच्चस्तरीय वार्ता चल रही है हल निकाले जाने के प्रयास जारी है। इस पर अदालत ने अधिकारियों को दो टूक कहा उन्हें वार्ता से मतलब नहीं है जनता की परेशानी का हल चाहिए। इसी के साथ अदालत ने सुनवाई शुक्रवार सुबह आठ बजे तक स्थगित कर दी।
गौरतलब है कि बुधवार को हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए कहा था कि शाम तक किसी भी तरह से राष्ट्रीय राजमार्ग और रेलवे ट्रैक खाली करवाया जाए।
सरकार और गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों के बीच आज शाम को पांच बजे वार्ता होगी। वार्ता के लिए गुर्जर नेता कर्नल किरौड़ी सिंह बैंसला पीलूपुरा से सुबह आठ बजे जयपुर के लिए रवाना हुए। पहले यह वार्ता सुबह 11 बजे होनी थी लेकिन बैंसला के समय पर जयपुर नहीं पहुंचने की वजह से शाम पांच बजे का समय तय किया गया है।