ग्वालियर। कर्नाटक एक्सप्रेस के एसी-कोच में भोपाल के यात्री को लूट कर भागते हुए अपने साथी सोनू पाल के साथ पकड़े गए शातिर बदमाश अश्विनी कुमार श्रीवास्तव के फ्लैट से जीआरपी ने एक ट्रक माल बरामद किया था।
ट्रेनों में यात्रियों के साथ लूटपाट और चोरी करने वाले शातिर बदमाश अश्विनी श्रीवास्तव से पुलिस अब तक कुल 25 लाख का माल बरामद कर चुकी है। पुलिस अब अश्विनी की ससुराल और रिश्तेदारों के यहां छापा मारने की प्लानिंग कर रही है। बताया जा रहा है कि अश्विनी की पत्नी चोरी के माल के साथ फरार हो गई है।
चोरी का माल लेकर पत्नी फरार, भानजे पर इनाम घोषित
अश्विनी ने अपनी ससुराल सिवनी में बताई है। साथ ही उसने अपने ताऊ का घर बिजुना (उत्तर प्रदेश) में बताया है। बताया गया है कि अश्विनी की रिश्तेदारी आगरा, दिल्ली और भोपाल में भी है। पुलिस को शक है कि अश्विनी की पत्नी चोरी का भारी माल लेकर फरार हो गई है। पुलिस उसकी तलाश में जल्द ही सिवनी सहित अन्य स्थानों पर दबिश देगी। अश्विनी के फरार भानजे राहुल जौहरी पर जीआरपी एसपी अवधेश गोस्वामी ने पांच हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया है।
ट्रेनों में लूट करते रंगे हाथ पकड़े गए अश्विनी श्रीवास्तव के ई-5 ब्लॉक के 02 नंबर के थ्री बीएचके फ्लैट पर जीआरपी की टीम ने छापा मारा। अश्विनी यहां ग्राउंड फ्लोर पर रहता है। जीआरपी टीम ने यहां से बड़ी संख्या में मोबाइल, सोने-चांदी की ज्वैलरी और एक लाख रुपए बरामद किए हैं। इसके अलावा उसके फ्लैट से मिले बैगों के अलावा और15 बैग भी बरामद किए गए हैं। पुलिस अब अश्विनी की आई-10 और रेड कलर की इनोवा कार की तलाश कर रही है।
थाने पहुंच रहे हैं यात्री
ट्रेनों में चोरी के मामले के खुलासे के बाद जीआरपी थाने में लगातार ऐसे यात्री पहुंच रहे हैं, जिनका झांसी सेक्शन में कहीं न कहीं सामान चोरी हुआ है। जीआरपी टीआई प्रकाश सेन ने बताया, अश्विनी कुमार श्रीवास्तव की गिरफ्तारी और उसके फ्लैट से भारी मात्रा में मिले सामान के खुलासे के बाद सागर, बीना, झांसी व मुरैना के रहने वाले फरियादी सोमवार को ग्वालियर पहुंचे। सेन ने बताया, इन फरियादियों को विंडसर हिल पर अश्विनी श्रीवास्तव के फ्लैट पर ले गए। वहां पर फरियादियों ने अपने सामान की खोजबीन की लेकिन बरामद सामान में उनका कुछ नहीं निकला।
अश्विनी को पकडऩे के लिए चली थी घेराबंदी
ट्रेनों में चोरी और लूटपाट करने वाले शातिर बदमाश को पकडऩे के लिए उसकी घेराबंदी चल रही थी। आरपीएफ और जीआरपी स्टाफ चार दिन से उसकी निगरानी कर रहे थे। 9 नवंबर को अश्विनी रंगे हाथ जीआरपी की गिरफ्त में आ गया था और बड़े मामले का खुलासा हो गया।
गौरतलब है कि जीआरपी के हाथ आए अश्विनी श्रीवास्तव ने अपने आधा दर्जन साथियों के साथ सफारी कार से स्टेशन पहुंच कर कर्नाटक एक्सप्रेस के एसी-2 कोच बर्थ-41 पर सो रहे भोपाल के संजीव कुमार काक का ट्रॉली बैग उठा लिया था।
भेल कंपनी में एजीएम काक की नींद बदमाशों के बैग उठाते ही खुल गई थी। उन्होंने बदमाशों से बैग वापस लेने संघर्ष किया तो बदमाशों ने उन्हें धक्का देकर कोच में गिरा दिया था। और बैग लेकर कोच से कूदे गए। अश्विनी और उसके साथ सोनू पाल को जीआरपी व आरपीएफ के जवानों ने पकड़ लिया था।
एसी कोच के यात्रियों को ही बनाते हैं निशाना
पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वे सिर्फ एसी कोचों के यात्रियों को ही अपना निशाना बनाते थे। कर्नाटक एक्सप्रेस से पहले बदमाशों ने गोवा एक्सप्रेस के एसी -2 कोच में सवार दिल्ली पुलिस के एसआई राम अवतार का ट्रॉली बैग पार कर लिया था। इसके अलावा उन्होंने गोंडवाना एक्सप्रेस से दिल्ली जा रहे सेना के जवान सुरजीत कुमार का एसी -1 कोच से ट्रॉली बैग पार कर लिया था। साथ ही जीटी एक्सप्रेस से भोपाल जा रहे एसी -2 कोच में सवार अनिल गोपीचंद का ट्रॉली बैग भी इन बदमाशों ने पार कर लिया था।